जोहान्‍सबर्ग में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला जा रहा तीसरा टेस्‍ट विवादों में घिर गया है. वांडरर्स की पिच को कई विशेषज्ञों ने ‘खतरनाक’ करार दिया है. पिच पर गड्ढे हैं और वहां गेंद टप्‍पा खाने के बाद तेजी से उछल रही है. पिच पर असमतल उछाल भी देखने को मिला है. तीसरे टेस्‍ट मैच के तीसरे दिन अंतिम सत्र में जसप्रीत बुमराह की एक शौर्ट पिच गेंद दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्‍लेबाज डीन एल्‍गर के हेलमेट से टकरा गई.

दक्षिण अफ्रीका ने तब तक जीत के लिये 241 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए खेल रोके जाने तक 8.3 ओवर में एक विकेट गंवाकर 17 रन बना लिये थे. इसके बाद अंपायरों ने खेल रोक दिया. फिजियो पिच पर पहुंचे और एल्गर अपने सिर पर आइस-पैक लगाते दिखे. अंपायर इयान गोल्ड और अलीम डार चर्चा कर रहे थे, तभी मैच रैफरी एंडी पाक्रोफ्ट भी उनके पास पहुंच गये.

खिलाड़ियों को मैदान से बुला लिया गया और दोनों टीमों के कप्तानों और कोचों को चर्चा के लिये बुलाया गया. बल्लेबाजी के लिये मुश्किल हालात में जब भारतीय टीम बल्लेबाजी कर रही थी, तब भी कई बल्लेबाजों के शरीर पर गेंद लगी लेकिन खेल को रोका नहीं गया था. शुक्रवार सुबह वांडरर्स की पिच पर काफी असमान उछाल था और गुड लेंथ पर कुछ दरारें दिखने लगी थीं. असमान उछाल के कारण तीन भारतीय बल्लेबाज और एक दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज गुड लेंथ से असमान उछाल के कारण चोटिल हुए. इससे बल्लेबाजों के लिये खेलना मुश्किल हो रहा था.

कमेंट्री टीम के सदस्‍य व भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कमेंट्री के दौरान पिच की आलोचना तो की लेकिन खेल रद्द करने की मांग नहीं की. उन्होने कहा, ”लगभग 240 रन बनाने के लिए भारतीय बल्लेबाजों की तारीफ की जानी चाहिए. असामान्य उछाल के कारण कोई भी बल्लेबाज अपने विकेट को लेकर सहज नहीं हो सकता है. लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैच रद्द किया जाना चाहिए.”

वेस्टइंडीज के दिग्गज तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने पिच को ‘खतरनाक’ बताया. उन्‍होंने एक बातचीत में कहा, ”मुझे लगता है यह पिच खतरनाक है. मैच के तीसरे दिन की स्थिति देखकर मैं इस पिच पर बल्लेबाजी करना पसंद नहीं करूंगा.” होल्डिंग ने कहा, ”देखिए, मैं ‘लेटरल मूवमेंट’ से खुश हूं, यह वैसा ही है जैसा हमने केपटाउन में हुए पहले टेस्ट मैच में देखा था, लेकिन जब लेंथ गेंद जरूरत से ज्यादा उछाल लेती है और बल्लेबाज को इससे चोट लगती है तो मुझे नहीं लगता कि यह अच्छी पिच है.” होल्डिंग ने कमेंट्री के दौरान इस पिच को ”100 में से दो अंक” दिये और आईसीसी प्रतिबंध की बात कही.

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान केपलर वेसेल्स ने भी इसकी आलोचना करते हुये कहा, ”असमान्य उछाल समस्या है, ना कि ‘लेटरल मूवमेंट’. बल्लेबाजी की दृष्टि से यह काफी खतरनाक है, वह भी तब जब लंबे कद के गेंदबाज लगभग 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे है.”

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