ब्रायन चार्ल्स लारा आज 49 साल के हो गए हैं. लारा अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए खासे मशहूर रहे हैं. कैरिबियाई सलामी बल्लेबाज ब्रायन लारा के नाम 11,953 टेस्ट और 10,405 वनडे रन दर्ज हैं. यूं तो सचिन तेंदुलकर के नाम क्रिकेट के सबसे ज्यादा रिकौर्ड दर्ज हैं, लेकिन ब्रायन लारा ने क्रिकेट की दुनिया में ऐसे रिकौर्ड दर्ज किए हैं, जिन्हें आज तक कोई बल्लेबाज तोड़ नहीं पाया है. लारा के नाम टेस्ट और फर्स्ट क्लास मैचों की सबसे बड़ी पारी खेलने का अनूठा रिकौर्ड दर्ज है. लारा दुनिया के इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने नाबाद 400 और 500 रन बनाने का अनोखा कारनामा किया है.
अगर दुनिया में इस युग के तीन क्रिकेटर चुनने हों तो ब्रायन लारा, सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग के नाम उनमें शामिल होंगे. क्रिकेट की दुनिया में 'भगवान' का दर्जा हासिल करने वाले सचिन तेंदुलकर को तो निर्विवाद रूप से सबसे बेहतर बल्लेबाज माना जाता है लेकिन लारा और पोंटिंग में फैन्स यह बहस करते रहे हैं कि इन दोनों में से श्रेष्ठ कौन है. हालांकि, जिन्होंने ब्रायन लारा को खेलते हुए देखा है वे अपने आप को भाग्यशाली मानते हैं. आइए एक नजर डालते हैं ब्रायन लारा से जुड़ी कुछ दिलचस्प किस्सों पर.
एक अधूरा सपनाः ब्रायन लारा अपने परिवार के 11 बच्चों में से दसवें नंबर पर हैं. उनके पिता बंटी का उन्हें एक क्रिकेटर बनाने में बड़ा योगदान है. 2012 में जब लारा को आईसीसी 'हौल औफ फेम' में शामिल किया गया तो लारा ने कहा था, 'आज जिस इंसान को आप 'हाल औफ फेम' जैसा सम्मान पाते देख रहे हैं, उसे उनके पिता बंटी ने तराशा है. उन्होंने ही यह सुनिश्चित किया कि मैं एक सफल क्रिकेटर और इंसान बन सकूं.' पिता की मृत्यु लारा के जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी थी. उनकी मृत्यु 1989 में उस वक्त हो गई थी, जब लारा ने टेस्ट डेब्यू भी नहीं किया था. लारा चाहते थे कि उनके पिता अपने बेटे की उपलब्धियों को देख सकें लेकिन नियति को यह मंजूर नहीं था. उनका यह सपना अधूरा रह गया.