अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना ने हमवतन स्टार खिलाड़ी लियोनल मेसी पर निशाना साधा है. उन्होंने मेसी की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि उनमें नेतृत्व क्षमता नहीं है. वह मैच से पहले 20 बार बाथरूम जाते हैं. ऐसे खिलाड़ी को फुटबॉल का भगवान कतई नहीं मानना चाहिए.
नेतृत्व क्षमता नहीं
माराडोना ने रविवार को एक साक्षात्कार में कहा, मेसी लीडर नहीं है. उनके जैसे किसी खिलाड़ी को लीडर बनाने की कोशिश भी नहीं करनी चाहिए जो मैच से पहले 20 बार बाथरूम जाता हो. वह कोच या खिलाड़ियों से बात करने से पहले प्लेस्टेशन पर होते हैं, लेकिन मैदान पर आप उन्हें लीडर बनाना चाहते हैं. कई अहम मैचों में मेसी घबराए हुए रहते हैं. इसी को लेकर माराडोना ने यह टिप्पणी की.
हालांकि पूर्व फुटबॉलर ने माना कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो के साथ मेसी दुनिया के महान फुटबॉलरों में शामिल हैं, पर नेतृत्व क्षमता में रोनाल्डो बेहतर हैं. 1986 में अर्जेंटीना ने माराडोना की कप्तानी में फीफा वर्ल्ड कप खिताब जीता था. लेकिन मेसी अपने देश को अपनी कमान में कोई बड़ी सफलता नहीं दिला सके हैं. इस साल रूस में फीफा वर्ल्ड कप में मेसी खास प्रदर्शन नहीं कर पाए और अर्जेंटीना को ग्रुप स्तर से बाहर होना पड़ा था.
बार्सिलोना के लिए अलग, देश के लिए अलग
माराडोना ने कहा, मुझे नहीं लगता कि मेसी को भगवान बनाना चाहिए. मेसी बार्सिलोना के लिए दिल से खेलते हैं, लेकिन जब वह अर्जेंटीना की जरसी पहनते हैं तो अलग ही खिलाड़ी बन जाते हैं.
माराडोना इन दिनों मैक्सिको में सेकंड डिविजन क्लब सिनालोआ को कोचिंग दे रहे हैं. पूर्व कप्तान ने कहा कि वह यदि अर्जेंटीना के कोच होते तो हमेशा कहते कि केवल मेसी पर ही भरोसा मत करो. यदि मेसी को उनकी रवानगी में खेलते देखना चाहते हैं तो उनसे टीम का नेतृत्व वापस ले लीजिए. वर्ल्ड कप के पहले नॉकआउट राउंड में फ्रांस के हाथों हारने के बाद से मेसी अर्जेंटीना के लिए तीन दोस्ताना मैचों में नहीं खेले.
पेले की पसंद रोनाल्डो नहीं मेसी
दिलचस्प है कि बीते सप्ताह ही ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले ने पुर्तगाल के रोनाल्डो की तुलना में मेसी को अपना पसंदीदा खिलाड़ी माना था. इस साल रूस में हुए फीफा विश्व कप टूर्नामेंट में मेसी अहम मैचों से पहले ही दबाव में दिखे थे जबकि पुर्तगाल के कप्तान रोनाल्डो ने शुरुआती मैच में ही हैट्रिक ठोकी थी.