चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया के साथ इंग्लैंड गए कोच अनिल कुंबले का कार्यकाल जल्द ही खत्म होने वाला है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने नए कोच के पद के लिए आवेदन लेना भी शुरू कर दिया है. अब कोच के पद की दौड़ में राहुल द्रविड़ भी शामिल हो गए हैं.

ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तान रिकी पॉन्टिंग का कहना है कि पूर्व भारतीय खिलाड़ी राहुल द्रविड़ टीम इंडिया के कोच बनने के लिए सबसे उपयुक्त खिलाड़ी हैं. द्रविड़ ने अंडर-19 और भारत ए टीम की कोचिंग करने के बाद आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के कोच का पद भी संभाला था.

आईपीएल में मुंबई इंडियंस के मेंटॉर रह चुके पॉन्टिंग ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि बीसीसीआई द्रविड़ से बेहतर उम्मीदवार ढूंढ पाएगी. अगर वह इस पद पर काम करने में रुचि रखते हैं तो वह एक अच्छे कोच साबित होंगे. उनके पास काफी अनुभव और जानकारी है, साथ ही वह तीनों प्रारूपों को अच्छे से समझते हैं.”

चलिए आज हम आपको भारतीय क्रिकेट के ‘मिस्टर भरोसेमंद’, ‘दि वॉल’ आदि नामों से पहचाने जाने वाले राहुल द्रविड़ के करियर से अवगत कराते हैं. द्रविड़ भारतीय क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में से एक हैं. उनकी गिनती ना सिर्फ भारत के बल्कि विश्व के महान बल्लेबाजों में की जाती है. वे सचिन तेंदुलकर के बाद एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 10 हजार से ज्यादा रन बनाये हैं.

टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों में द्रविड़ को चौथा स्थान प्राप्त है, उनसे ऊपर भारत के सचिन तेंदुलकर, आस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग और दक्षिण अफ्रीका के जैक कैलिस के बाद उनका नाम है. राहुल बल्लेबाजी में अपनी तकनीक के कारण विश्वप्रसिद्ध हैं.

करियर रिकॉर्ड

प्रथम क्रम पर बल्‍लेबाजी करते हुए द्रविड़ ने टेस्‍ट और वनडे, दोनों में ऐसी पारियां खेलीं, जो उनके करियर के लिहाज से मील का पत्‍थर रहीं. द्रविड़ की डिफेंस इतनी मजबूत थी कि उनके विकेट को हासिल करना दुनिया के तमाम मशहूर गेंदबाजों की चाहत हुआ करती थी.

राहुल द्रविड़ ने 164 टेस्ट और 344 वनडे मैच खेले हैं. जिनमें टेस्ट में 13,288 और वनडे में 10,889 रन बनाये हैं. वर्ष 2011-12 में उन्होंने दोनों ही फॉरमेट में अपना अंतिम मैच खेला. वर्ष 2012 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्‍यास लेने के बाद भी द्रविड़ कोच के तौर पर क्रिकेट से जुड़े हुए हैं.

टेस्ट

11 जनवरी 1973 को मध्‍यप्रदेश के इंदौर शहर में जन्‍मे राहुल शरद द्रविड़ ने जून 1996 में टेस्‍ट करियर का आगाज किया था. टेस्ट में द्रविड़ के नाम 36 शतक और 63 अर्द्धशतक हैं.

इसमें पाकिस्‍तान के खिलाफ रावलपिंडी में खेली गई 270 रन की पारी (वर्ष 2004)और ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ एडीलेड में खेली गई 233 रन की बेहतरीन पारी (वर्ष 2003) शामिल रही. इन दोनों टेस्‍ट मैचों में टीम इंडिया को जीत दिलाने में द्रविड़ के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. टेस्‍ट करियर में राहुल ने पांच दोहरे शतक जमाए और पाकिस्‍तान के खिलाफ 270 उनका टॉप स्‍कोर रहा.

वनडे

द्रविड़ ने 1996 में टेस्ट और एकदिवसीय मैच में डेब्यू किया था. हालांकि वनडे के लिहाज से द्रविड़ की बैटिंग को आदर्श नहीं माना जाता था क्‍योंकि वे हवा में शॉट बेहद कम मौकों पर खेलते थे. लेकिन कई मौकों पर वे बेहद तेज गति से बैटिंग करके अपने आलोचकों को हैरान भी करते रहे. वनडे में द्रविड़ के नाम 12 शतक और 83 अर्द्धशतक हैं.

जब स्कूल की क्लास में भी ग्लव्स पहनकर लिखते थे राहुल

राहुल द्रविड़ के बारे में एक रोचक कहानी है. कहा जाता है कि क्रिकेट के कारण राहुल हमेशा क्लास छोड़ देते थें. एक बार वे क्लास में ग्लव्स पहनकर नोट्‌स लिख रहे थे. यह देख उनके साथियों ने उनका यह कहकर मजाक उड़ाया था कि वो क्लास की सबसे सुंदर लड़की को इंप्रेस करने के लिए ऐसा कर रहे हैं, तो द्रविड़ ने कारण बताया कि वो लड़की तो इंप्रेस है ही दरअसल वे अपने नये ग्लव्स को अपनी हाथों में सेट करने के लिए ऐसा कर रहे हैं.

सबसे सेक्सी खिलाड़ी की उपाधि

वर्ष 2004 में राहुल द्रविड़ को एक मैगजीन द्वारा कराये गये सर्वे में सबसे सेक्सी खिलाड़ी के रूप में चुना गया था. उस सर्वे में द्रविड़ को सानिया मिर्जा और युवराज सिंह से ज्यादा वोट मिले थे. द्रविड़ हिंदी, अंग्रेजी, मराठी और कन्नड़ भाषा अच्छे से जानते हैं.

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