क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसमें कभी भी कुछ भी हो सकता है. इसलिए इस खेल को अनिश्चितताओं का खेल कहा जाता है. इस खेल में अंत तक कुछ भी कह पाना नामुमकिन हो जाता है. आखिरी गेंद में क्या हो जाए, ये कोई भी नहीं जानता. और इसी क्रिकेट के इतिहास में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिसे देखने के बाद आप इस बात से पूरी तरह सहमत हो जाएंगे.

जिन लोगों को क्रिकेट के इतिहास को लेकर जानकारी है, उन्हें ये पता होगा कि एक ही टीम के या विपक्षी टीम के दो खिलाडिय़ों को मैन ऑफ द मैच मिलना कई मैचों में हुआ है. लेकिन क्या आपको पता है कि क्रिकेट के इतिहास में ऐसे भी मैच हुए हैं, जिसमें एक या दो नहीं, बल्कि पूरी टीम को मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजा गया है.

दरअसल 15 से 18 जनवरी 1999 में दक्षिण अफ्रीका और वेस्‍टइंडीज के बीच पांचवां और आखिरी टेस्‍ट मैच खेला गया था. जिसमें दक्षिण अफ्रीका ने वेस्‍टइंडीज को 351 रनों से हराया था और श्रृंखला 5-0 से जीत लिया था. इस मैच में सभी दक्षिण अफ्रीकी खिलाडियों को मैन ऑफ द मैच चुना गया था और मैन ऑफ द सीरीज कैलिस को चुना गया था. उस समय के दक्षिण अफ्रीकी कप्‍तान हैंसी क्रोनिये ने कहा था कि ये पूरी टीम के योगदान से जीत मिली है. इसलिए सभी को ये अवॉर्ड मिलना चाहिए.

 मैन ऑफ द मैच

गैरी कर्स्टन, हर्शल गिब्स, जैक्स कैलिस, जॉन कलिनन, जोहानिस क्रोन्ये, जोनाथन नील रोड्स,शॉन पोलक, मार्क बाउचर, लांस क्लूजनर, एलन डोनाल्ड, पॉल एडम्स.

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