मुंबई के बाद अब कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में होने वाले आइपीएल मैच पर भी खतरा मंडरा रहा है. कानपुर स्थित ग्रीन पार्क में 19 और 21 मई को प्रस्तावित आईपीएल मैच के खिलाफ सिविल जज जूनियर डिवीजन कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. कानपुर के ग्रीन पार्क में 19 मई को गुजरात लायन्स और कोलकाता नाइट राइडर्स तथा 21 मई को गुजरात लायन्स और मुंबई इंडियन के आईपीएल मैच प्रस्तावित है.

वादी ने कानपुर के जल संकट का हवाला देते हुए कोर्ट से आईपीएल मैच पर रोक लगाने का अनुरोध किया है. कोर्ट को बताया कि ग्रीन पार्क में मैच की तैयारी और आयोजन तक अरबो लीटर पानी बहा दिया जाएगा. महाराष्ट्र में पानी बर्बादी पर ही आईपीएल पर रोक लगा दी गई. मुकदमे में आईपीएल के कमिश्नर राजीव शुक्ला, जिलाधिकारी,  जल संस्थान के महाप्रबंधक,  प्रदेश सरकार को प्रतिवादी बनाया गया है. न्यायालय ने शुक्रवार को याचिका स्वीकार कर सुनवाई के लिए 25 अप्रैल की तिथि तय की है.

पानी के लिए धारा 144, फिर IPL?

लक्ष्य सामाजिक सेवा संस्थान की सचिव अनीता दुआ की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि ग्रीन पार्क में पिच निर्माण से मैच के दिन तक रोज पानी खर्च होगा. कानपुर महानगर की जनता बूंद-बूंद पानी के लिए संघर्ष कर रही है. पानी को लेकर हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से धारा 144 लागू कर रखी है. जल कल विभाग पेयजल आपूर्ति नहीं कर पा रहा है. वादी ने याचिका में यह भी तर्क दिया है कि आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने महाराष्ट्र में मैच कराने की योजना बनाई थी. मुंबई हाईकोर्ट ने ऐसे ही मामले में एक सामाजिक संस्था की याचिका पर आईपीएल मैच पर रोक लगा दी है.

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