भारत और श्रीलंका के बीच 28 फरवरी 1992 को खेला गया मैच क्रिकट के इतिहास का सबसे छोटा वनडे मैच माना जाता है. मैकेय, क्वींसलैंड में खेले गए इस मैच में केवल दो गेंदे ही डाली जा सकी थीं.

मैकेय दिसंबर से मार्च के बीच भारी बारिश के लिए भी जाना जाता है. दुर्भाग्य से 28 फरवरी के इस मैच से पहले भी काफी बारिश हुई थी. लंच तक तो ऐसा लग ही नहीं रहा था कि इस जगह कोई मैच हो भी सकेगा.

हालांकि आयोजकों ने यहां होने वाले पहले अंतर्राष्ट्रीय मैच को इतनी आसानी से रद्द नहीं होने दिया. उन्होंने पिच को सुखाने के लिए हेलीकॉप्टर का प्रयोग किया. इससे पिच सूख गई लेकिन इतनी जल्दी नहीं जितना आयोजक चाहते थे.

लंच ब्रेक के दौरान भारतीय खिलाड़ी मैदान पर आए जिसके बाद प्रशंसकों में कुछ उत्साह बढ़ा. सभी खिलाड़ियों ने डॉक्टर अली ईरानी की देख-रेख में मैदान पर अभ्यास किया. जब काफी देर तक मैच रुका रहा तो अंपायरों के पास मुकाबले को 50-50 से 20-20 ओवरों तक सीमित करने के सिवा कोई विकल्प नहीं था.

जब मैच शुरु हुआ तो भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने कपिल देव को कृष्णामचारी श्रीकांत से साथ सलामी बल्लेबाजी के लिए भेजकर सभी को चौंका दिया. यह पहला मौका था जब कपिल देव ने पहले स्थान पर बल्लेबाजी की थी. साथ ही यह मैच अजय जडेजा का वनडे पर्दापण मैच था.

श्रीलंकाई कप्तान अरविंदा डी सिल्वा ने गेंद चंपका रामानायके को थमाई. पहली गेंद पर श्रीकांत ने बल्ले से रोका और अगली गेंद पर एक रन लिया. जिसके बाद फिर से आसमान में बादल दिखने लगे और सभी खिलाड़ी भागते हुए पवेलियन पहुंचे. इसके बाद बारिश रुकी ही नहीं और मैच का पूरा समय निकल गया. डेविड शेपहर्ड और इयॉन रॉबिनसन ने मैच को रद्द घोषित कर दिया.

वनडे मैच जहां एक भी गेंद नहीं खेली जा सकी

इस मैच के अतिरिक्त दो अन्य ऐसे मौके थे जब टॉस के बाद ही मैच को रोक देना पड़ा.

1. साल 2004 में नेटवेस्ट ट्रॉफी में रोस बाउल में न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेला गए वनडे मैच टॉस के बाद रोक दिया गया. कप्तान ब्राइन लारा ने इस मैच में टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया था.

2. साल 2006-07 में सेडन पार्क में न्यूजीलैंड और श्रीलंका के बीच आयोजित मैच में एक भी गेंद नहीं डाली जा सकी. टॉस के बाद ही मैच रद्द कर दिया गया.

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