पांच बार की वर्ल्ड चैंपियन एम सी मैरी कॉम चीन के किनान में चल रहे एशियन (ओलिंपिक) क्वालिफाइंग टूर्नामेंट में अपने 51 किलोग्राम वर्ग में रेन कैनकैन के हाथों हार गई. इस हार के साथ ही वे रियो ओलंपिक का टिकट पक्का करने से चूक गई. लेकिन भारतीय मुक्केबाज शिवा थापा ने अपने 56 किलोग्राम वर्ग में 2013 वर्ल्ड चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता कैरात येरालियेव को हराते हुए सेमीफाइनल में जगह बना ली और रियो का टिकट भी हासिल कर लिया.
शिवा को अगला लक्ष्य टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले को जीतना है. इस जीत के बाद वे काफी उत्साहित नजर आए. आपको बता दें कि 22 वर्षीय शिवा ने लंदन ओलंपिक्स में भी भाग लिया था. उस समय वे सबसे कम उम्र में ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ी बने थे. इस बार देश को यही उम्मीदें है कि रियो ओलंपिक में वे देश के लिए कोई पदक हासिल करे.
मैरी कॉम को मिलेगा एक मौका
एशियन (ओलंपिक) क्वालिफाइंग टूर्नामेंट से बाहर होने के बावजूद मैरी कॉम की रियो ओलंपिक में जाने की सारी उम्मीदें अभी खत्म नहीं हुई है. अभी उन्हें एक और मौका मिलेगा. लंदन ओलिंपिक्स की कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम को मई में वर्ल्ड चैंपियनशिप के दौरान रियो के लिए क्वालिफाई करने का एक और मौका मिलेगा.
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