रियो ओलंपिक 2016 में जश्न हादसे की वजह बन जाएगा ऐसा किसी ने शायद ही सोचा होगा. कांस्य पदक जीतने वाले एक खिलाड़ी की दादी मां जीत की खुशी बर्दाश्त नहीं कर सकीं और उनकी मौत हो गई.
रियो ओलंपिक में थाइलैंड के आर्मी एथलीट सिन्फेट क्रुआएथॉन्ग ने 56 किलोग्राम वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक जीता था. सिन्फेट की दादी उनका यह मुकाबला टीवी पर लाइव देख रही थीं. 20 वर्षीय सिन्फेट ने जैसे ही कांस्य पदक जीता तो उनके घर पर सेलिब्रेशन शुरू हो गया.
हालांकि, खुशियां ज्यादा देर तक नहीं टिकीं और दादी की मौत हो गई. सूत्रों की मानें तो शुरुआती चरण में तो लग रहा था कि दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ है. हालांकि, अस्पताल की फाइनल रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस ने कुछ कह पाने की बात कही है.
एक पुलिस ऑफिसर ने बताया कि इस मामले में देखना होगा कि उनकी मौत, खुशी की वजह से ज्यादा उत्साहित होने की वजह से हुई है या फिर उनकी बीमारी इसकी वजह रही है. रियो में अपने पोते का गेम शुरू होने से पहले दादी ने कहा था कि मैं उसके लिए चीयर्स करती हूं.
मैं अपने पोते को लड़ने के लिए आशीर्वाद देती हूं. उनके आशीर्वाद की वजह से ही उनका पोता रियो ओलंपिक में पदक जीत सका.