टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के नाम के आगे 0 का स्कोर आमतौर पर कम ही दिखाई देता है. इस दौर में तो शायद बिल्कुल नहीं जब विराट करियर के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी फॉर्म से गुजर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पुणे टेस्ट में जब विराट बिना कोई रन बनाए आउट हुए तो स्टेडियम में मौजूद दर्शकों के चेहरे पर निराशा साफ देखी जा सकती थी.
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने जब विराट को 0 के स्कोर पर आउट किया और ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ियों की खुशी का ठिकाना नहीं था. आखिर क्यों न हो, विराट को वह टीम इंडिया का सबसे खतरनाक बल्लेबाज मान रही थी.
टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से विराट दो साल से अधिक समय के बाद 0 के स्कोर पर आउट हुए हैं. इससे पहले वे 7 अगस्त 2014 से ओल्डट्रेफर्ड, मैनचेस्टर टेस्ट की पहली पारी में बिना कोई रन बनाए आउट हुए थे. समग्र रूप से देखें तो 104 इंटरनेशनल मैचों (टेस्ट, वनडे और टी20) के बाद विराट 0 के स्कोर पर आउट हुए हैं आखिरी बार वे वर्ष 2014 में कार्डिफ वनडे में बिना कोई रन बनाए आउट हुए थे.
भारतीय क्रिकेट टीम में विराट के अलावा कई ऐसे बल्लेबाज भी हैं जिनके नाम एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा शून्य पर आउट होने का रिकॉर्ड है. अगर भारत के टॉप-5 ऐसे बल्लेबाजों की बात की जाए जो अपने एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर में सर्वाधिक बार शून्य पर आउट हुए हैं तो उनमे सभी दिग्गज शामिल हैं.
लेकिन उस सूची में एक नाम ऐसा भी है जिसका नाम क्रिकेट जगत के सबसे महान बल्लेबाजों की कतार में शामिल है और हमेशा ही रहेगा. वह नाम कोई और नहीं बल्कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले भारतीय टीम के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का है. जो अपने एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर में सबसे ज्यादा शून्य पर आउट हुए हैं. वह अपने करियर में 20 बार शून्य पर आउट हुए हैं जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा है. उनके अलावा और भी कई ऐसे दिग्गज हैं जिनका नाम इस सूची में शामिल है.
एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की तरफ से शून्य पर आउट होने वाले टॉप बल्लेबाज
बल्लेबाज |
मैच |
शून्य |
सचिन तेंदुलकर |
463 |
20 |
जवागल श्रीनाथ |
229 |
19 |
अनिल कुंबले |
269 |
18 |
युवराज सिंह |
290 |
18 |
हरभजन सिंह |
234 |
17 |
सौरव गांगुली |
308 |
16 |