अभिषेक के आखिरी क्षणों में किये गये गोल की बदौलत भारत ने फाइनल में मेजबान बांग्लादेश को 5-4 से हराकर अंडर-18 एशिया कप पुरूष हॉकी टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया. भारत ने इस जीत से टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में बांग्लादेश से मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया.
तब भी दोनों टीमों के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला और आज भी दर्शकों ने खेल का भरपूर आनंद उठाया लेकिन आखिर में भारत चैंपियन बनने में सफल रहा.
भारत ने तेजतर्रार शुरूआत की और कुछ अच्छे मूव बनाए. इन दोनों टीमों के बीच पिछले मैच में बांग्लादेश ने जवाबी हमले करके अपनी जीत सुनिश्चित की थी और भारत ने उसे ध्यान में रखते हुए इस बार अधिक सतर्कता बरती.
भारत को छठे मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस पर गोल नहीं हो पाया. बांग्लादेश ने जवाबी हमले के लिये इंतजार किया और ऐसे एक मौके पर उसने अपना पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया. भारतीय गोलकीपर पंकज कुमार राजक ने शुरू में शॉट रोक दिया लेकिन एम रोमन सरकार रिबाउंड पर गोल करके अपनी टीम को बढ़त दिलाने में सफल रहे.
शिवम आनंद ने भारत को बराबरी दिलायी. उन्होंने सर्कल के पास से गेंद थामी और बांग्लादेश के दो रक्षकों को छकाकर रिवर्स फ्लिक से गोल किया. भारत को पहले हाफ एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन यह भी बेकार गया.
दूसरी तरफ बांग्लादेश की तरफ से मोहम्मद मोहसिन ने गोल कर के हाफ टाइम तक मेजबान टीम को 2-1 से आगे रखा. ऐसे में जबकि मैच टाईब्रेकर की तरफ बढ़ रहा था तब इबुंगो सिंह कोंजेंगबाम ने भारत को बढ़त दिला दी लेकिन मेहताब हुसैन ने 64वें मिनट में बांग्लादेश को फिर से बराबरी दिला दी.