भारत-पाकिस्तान के तल्ख रिश्तों के बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड खेल का रिश्ता बनाए रखना चाहता है. इन दोनों देशों के बीच क्रिकेट मैच के लिए बीसीसीआई एक बार फिर सरकार के पास पहुंचा है. बीसीसीआई के सीईओ राहुल जौहरी ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर अनुमति मांगी है.
बीसीसीआई ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर दुबई में भारत-क्रिकेट मैच खेलने की मांग की है. बीसीसीआई चाहता है कि दोनों देशों के बीच दुबई में तीन टेस्ट, पांच वनडे और 2 टी-20 मैचों की सीरीज खेली जाए. सीसीआई ने सरकार की अनुमति मांगने के लिए गृह मंत्रालय से संपर्क किया है, ताकि भविष्य में फ्यूचर टूर एंड प्रोग्राम समझौते के तहत अपने दायित्वों को पूरा करने के लिए पाकिस्तान के साथ खेलने की अनुमति ली जा सके. अगर मंत्रालय इसकी अनुमति दे देता है तो इस साल के अंत तक दुबई में दोनों देशों के बीच सीरीज होने की संभावना है.
2016 में शशांक मनोहर की अध्यक्षता वाला बोर्ड एक छोटी सी सीरीज के लिए पाकिस्तान की मेजबानी करना चाहता था, लेकिन दोनों देशों में तनाव और भारत में लगातार हुए आतंकवादी हमलों के चलते ऐसा नहीं हो पाया. भारतीय जमीन पर हुए आतंकवादी हमलों के कारण सरकार ने इसकी मंजूरी नहीं दी थी.
2014 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सीरीज खेली जानी थी, लेकिन आतंकवाद के मसले पर दोनों देशों के बीच आपसी रिश्ते बिगड़ते चले गए और क्रिकेट के मैदान पर दोनों देशों की दूरियां बढ़ती चली गई. उस दौरान बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष शहरयार खान की बातचीत से कोई नतीजा नहीं निकल पाया था.
2012 में पाकिस्तानी टीम भारत दौरे पर आई थी. उस दौरान पाकिस्तान के साथ 3 वनडे और 2 टी-20 मैच खेले गए थे. भारत को वनडे सीरीज में हार मिली थी. उस सीरीज को टीम इंडिया ने 2-1 से गंवाई थी, जबकि टी-20 सीरीज 1-1 से ड्रा रहा था. हालांकि, इसके बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तान को विश्वकप, टी-20 विश्वकप और एशिया कप के दौरान धूल चटाई.
भारतीय बोर्ड सितंबर या नवंबर में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने की इजाजत चाहता है. बीसीसीआई ने चैंपियंस लीग टी-20 के लिए सितंबर को रिजर्व किया था, लेकिन इस टूर्नामेंट को बंद कर दिया गया है.