वर्ल्ड क्रिकेट में ‘दूसरा’ जैसी बॉल लाने वाले पाकिस्तान के पूर्व स्टार क्रिकेटर सकलैन मुश्ताक सीनियर ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के साथ किए जा रहे बर्ताव से दुखी हैं. उनका मानना है कि पिछले साल टी-20 इंटरनेशनल मैचों में हरभजन को एक में भी खेलने का मौका नहीं देने से इस बॉलर के कॉन्फिडेंस के लिए अच्छा नहीं है.

सकलैन ने कहा कि भज्जी के साथ बीसीसीआई और टीम मैनेजमेंट का बर्ताव अच्छा नहीं है. वह वर्ल्ड लेवल के बॉलर है. अश्विन के अच्छा करने का मतलब यह नहीं है कि भज्जी को बाहर कर दो. उन्हें जब (2001 में) बाहर किया गया तब से उन्होंने 3 बार वापसी की. जिसका मतलब है कि जब आपको उसकी जरूरत पड़ी तो आपने उसे टीम में लिया. जब आपकी जरूरत खत्म हो गई आपने उसे बाहर कर दिया. इसलिए आपने उसके लिए दबाव बना दिया. आपने पहले ही उसकी पिछली अचीवमेंट को नजरअंदाज कर दिया है.

सकलैन ने कहा कि भज्जी पहली पसंद के स्पिनर होने चाहिए थे और अश्विन को उनका साथी. इसके बजाय आपने अब उसे तीसरी या चौथी पसंद का स्पिनर बना दिया है. उन्होंने कहा कि जब कोई खिलाड़ी वापसी करता है तो उसका आत्मविश्वास कम होता है. उसे अपना सर्वश्रेष्ठ परफॉर्मेंस करने के लिए आत्मविश्वास दिलाने की जरूरत होती है.

सकलैन ने टेस्ट क्रिकेट में 208 और वनडे में 288 विकेट लिए हैं.

 

 

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