आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाली पांच वनडे मैचों की सीरीज के पहले तीन मैचों के लिए भारतीय टीम की घोषणा हो चुकी है. रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा को आराम दिया है. आस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम अपने पहले तीन वनडे मैच 17 सितम्बर को चेन्नई में, 21 सितम्बर को कोलकाता में और 24 सितम्बर को इंदौर में खेलेगी.
भारतीय टीम अपने पिछले सीरीज में श्रीलंका को 9-0 से हराकर आस्ट्रेलिया के रिकार्ड की बराबरी की थी. अब भारत का मुकाबला आस्ट्रेलिया के साथ है. इस सीरीज में भारतीय टीम के 5 युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर चयनकर्ताओं की पैनी नजर होगी क्योंकि इससे इनके भविष्य का भी फैसला हो जायेगा. आईए जानते हैं कौन हैं ये 5 खिलाड़ी.
मनीष पांडे
कर्नाटक का यह युवा बल्लेबाज पिछले कुछ समय से लगातार टीम से अंदर-बाहर होता रहा है. श्रीलंका के दौरे पर भी उन्हें शुरुआती मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला पर जब मौका मिला तो उन्होंने उसे दोनों हाथों से पकड़ लिया और दो अच्छी पारियां खेली.
श्रीलंका में उनके प्रदर्शन को मद्देनजर रखा गया तो उन्हें इस सीरीज में आसानी से चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने का मौका मिल जायेगा.
इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करके पांडे के पास मौका होगा कि वह भविष्य के लिए टीम में अपनी जगह पक्की कर सके क्योंकि 2019 विश्वकप भी ज्यादा दूर नहीं है.
मनीष के वनडे करियर पर नजर डालें तो 14 मैच में उन्होंने 49.57 की औसत से 347 रन बनाए हैं. उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 104 रन है. 94.58 की स्ट्राइक रेट वाले मनीष पांडे ने 1 शतक और 2 अर्धशतक लगाए हैं.
लोकेश राहुल
राहुल लोकेश का टेस्ट क्रिकेट में आंकड़ा उनकी प्रतिभा और क्षमता को दर्शाते हैं, लेकिन वनडे में उनका प्रदर्शन उतना बेहतर नहीं रहा है. इस सीरीज में उनसे काफी उम्मीदे हैं. 10 वनडे मैचो में उन्होंने 248 रन बनाए हैं. उन्होंने 1 शतक लगाया है और उनका सर्वाधिक स्कोर भी 100 रन है.
मोहम्मद शमी
आस्ट्रेलिया सीरीज के लिए टीम में हुआ दूसरा परिवर्तन है शमी को जगह मिलना और उन्हें इस मौके का पूरा फायदा उठाना पड़ेगा. शमी में पूरी क्षमता है कि वह खेल के तीनों प्रारूपों में टीम के प्रमुख गेंदबाज बन सकते हैं लेकिन बार-बार चोटिल होने की वजह से वो टीम में स्थायी नहीं रह पाते हैं.
कोहली और टीम प्रबंधन को शमी पर हमेशा विश्वास रहा है और इस सीरीज में शमी के पास उनके विश्वास पर खड़े उतरने का सबसे बड़ा मौका भी है. शमी जहां नई गेंद से गति से साथ स्विंग हासिल करते हैं वही पुरानी गेंद से सटीक यार्कर भी मारते हैं.
शमी को अच्छे प्रदर्शन के साथ ही अपने फिटनेस का भी पूरा ध्यान रखना पड़ेगा क्योंकि आने वाले समय में टीम को उनकी गेंदबाजी और अनुभव की काफी जरूरत पड़ने वाली है.
मोहम्मद शमी ने अबतक 49 वनडे में 91 विकेट लिए हैं. उमेश की तरह उनके पास भी अपने 100 विकेट पूरा करने का सुनहरा अवसर होगा. 35 रन देकर 5 विकेट उनका सबसे बेहतर प्रदर्शन रहा है.
उमेश यादव
आस्ट्रेलिया की सीरीज के लिए टीम में जो दो परिवर्तन किये गये हैं उसमें एक उमेश यादव भी हैं. उमेश पर जिम्मेदारी होगी कि पिछले सत्र में टेस्ट मैचों में किये अपने प्रदर्शन को इस बार एकदिवसीय मैचों में भी दिखाएं.
टेस्ट मैचों में विराट कोहली के लिए उमेश सबसे कारगर हथियार रहे हैं. एकदिवसीय सीरीज में आराम के बाद वापसी कर रहे उमेश पर इस बार सभी की नजरें होगी और सभी यही उम्मीद करेंगे कि वह पूरी सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करें और टीम को जीत दिलाने में मदद करें.
उमेश यादव ने 70 वनडे में 98 विकेट लिए हैं. 31 रन देकर 4 विकेट उनका सबसे बेहतर प्रदर्शन रहा है. उनका गेंदबाजी औसत भी 6 के नीचे है.
अक्षर पटेल
अक्षर पटेल को रविन्द्र जडेजा की जगह टीम में जगह मिली है जो इस बात की गवाही देता है कि उनमें कबिलियत है. गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी अक्षर काफी उपयोगी साबित होते हैं जिस वजह से वो लम्बे समय तक टीम का साथ निभा सकते हैं. अक्षर ने 34 वनडे में 41 विकेट लिए है. उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन 34 रन देकर 3 विकेट है.