पोर्न फिल्म का जिक्र आते ही युवाओं का दिल मचलने लगता है और उन के चेहरे पर एक खुशी की लहर दौड़ जाती है. कुछ लोगों का मानना है कि पोर्न फिल्में देखने में कोई हर्ज नहीं है. यही वजह है कि युवाओं में पोर्न फिल्में देखने का चलन बहुत बढ़ गया है. उन्हें सैक्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं होती और जब वे इस तरह की मूवी देखते हैं तो उन्हें लगता है कि यही सैक्स है. लेकिन सच तो यह है कि पोर्न असली जिंदगी के सैक्स की तरह नहीं है और न ही यह सैक्स और अंतरंगता के बारे में जानने का सर्वोत्तम तरीका है बल्कि यह तो पैसा कमाने का एक जरिया है.

एक सीमा तक तो ठीक है, लेकिन जब पोर्न देखना आदत में शुमार हो जाता है तो इस से परेशानियां पैदा होने लगती हैं. इसलिए पोर्न देखना अच्छी बात नहीं है और अगर देखना भी है तो इस की एक लिमिट आप को खुद ही तय करनी होगी ताकि यह आप की पर्सनल लाइफ को प्रभावित न करने लगे. आइए, पोर्न के बारे में जानें कुछ जरूरी बातें :

पोर्न नशा कैसे है

पोर्न देखने की आदत जब इस हद तक बढ़ जाए कि उस से हमारी पर्सनल और प्रोफैशनल लाइफ प्रभावित होने लगे तो वह पोर्न का नशा बन जाता है. इसे ऐसे समझ सकते हैं कि पोर्न देखने वाला शौकीन व्यक्ति हर वक्त पोर्न देखने की फिराक में रहता है, उसे अकेलापन अच्छा लगने लगता है, वह कभी भी कहीं भी पोर्न देखने के मौके को छोड़ना नहीं चाहता और इसलिए धीरेधीरे दोस्तों से भी दूरी बना लेता है, क्योंकि ज्यादा टाइम उसे पोर्न देखने में बिताना होता है. पोर्न देखने के लिए वह बहाने बनाना भी शुरू कर देता है. इस तरह पोर्न एक ऐसा नशा है जो लत बन जाता है.

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