6 जनवरी, 2024 को एक महिला अपने 2 बच्चों को ले कर उस तथाकथित प्रेमी के साथ फरार हो गई जिस के साथ फेसबुक पर हुई दोस्ती हाल ही में प्यार में तब्दील हुई थी. महिला का पति विक्की पत्नी के अचानक गायब होने से उसे खोजते हुए दरदर भटकने लगा. यह घटना बिहार के मुंगेर जिले की है. जाहिर है महिला ने फेसबुकप्रेमी के लिए अपने 15 साल पुराने रिश्ते को एक झटके में तोड़ दिया.
दोनों की शादी 2009 में हिंदू रीतिरिवाज के अनुसार हुई थी. शादी के बाद 2 बेटियों का जन्म हुआ. 3 जनवरी को उस की पत्नी अपने छोटे भाई के साथ मायके जाने की बात कह कर घर से निकली थी. जमालपुर रेलवे स्टेशन पर अपने भाई को धरहरा (मायके) की ट्रेन पर बैठा कर खुद पीछे से दूसरी ट्रेन से आने की बात कह कर वह दोनों बच्चों के साथ फरार हो गई.
14 दिसंबर, 2023 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में 4 बच्चों की मां अपने प्रेमी संग भाग गई. साथ ही, वह घर से जातेजाते पति को लाखों रुपयों का चूना लगा गई. अपने साथ ढाई लाख रुपए नकद, 2 तोले सोने के जेवर, ढाई सौ ग्राम चांदी के जेवरात और जमीन के कागज भी ले गई.
16 अक्टूबर, 2023 को कोटा में 38 साल की 6 बच्चों की मां अपने प्रेमी विशाल के साथ भाग गई. वह नरेगा काम पर गई तो वापस ही नहीं लौटी. यही नहीं, पत्नी के चले जाने के गम और सदमे में उस के पति ने सुसाइड कर लिया. इस तरह उस के 6 बच्चों का भविष्य दांव पर लग गया.
ऐसा ही कुछ 10 अगस्त, 2023 को भी हुआ जब 2 बच्चों की मां अपने पति को छोड़ रिश्ते में लगने वाले मौसेरे भाई के साथ फरार हो गई. पति जब जोरजबरदस्ती अपनी पत्नी को वापस घर ले कर लाया तो पत्नी ने गुस्से में जहर खा लिया. जिस के बाद उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भरती करवाया गया.
यह घटना बिहार की है. 3 साल पहले अभिषेक यादव की शादी काजल के साथ धूमधाम से हुई थी. काजल के पति अभिषेक यादव नासिक में बाहर रह कर काम करता है. शादी के बाद दोनों के काफी अच्छे मधुर संबंध थे. दोनों के 2 बच्चे भी हुए. इसी दौरान शादी के 2 सालों बाद काजल की नजदीकियां रिश्ते में लगने वाला मौसेरे भाई के साथ बढ़ने लगीं. नजदीकी प्यार में बदल गई और दोनों ने एकसाथ जीनेमरने की कसमें खा लीं. वे कभीकभी घर से बाहर भी जा कर मिलने लगे. फिर एक दिन वह अपने मौसेरे भाई के साथ कहीं भाग गई. एक सप्ताह बाद वापस लौटी मगर गुस्से में चूहे मारने वाली दवा खा ली. काजल ने कहा कि मौसेरा भाई ही उस का सच्चा प्यार है और उसे दोनों बच्ची को भी अपने साथ रखना है मगर पति से तलाक चाहिए.
इस तरह के मामले अकसर देखेसुने जाते हैं जब शादीशुदा महिला किसी के प्यार में पड़ जाती है और अपने बच्चों को ले कर या पति के पास छोड़ कर भाग जाती है. ऐसा होना अस्वाभाविक नहीं है. कई दफा महिलाएं अपनी शादीशुदा जिंदगी में परेशान रहती हैं. पति के साथ बनती नहीं या घर का माहौल दमघोंटू होता है. ऐसे में उस माहौल में उसी पति के साथ रह कर घुटने और अपनी जिंदगी बरबाद करने से बेहतर कई बार किसी और का हाथ थाम लेना होता है. जब महिला को कोई औप्शन मिलता है, कोई शख्स उसे खूबसूरत जिंदगी के सपने दिखाता है तो बहुत संभव है कि वह सबकुछ पीछे छोड़ कर अपने प्रेमी के साथ आगे बढ़ जाए. इसे आप गलत भी नहीं कह सकते क्योंकि अपनी जिंदगी में खुशियां ढूंढने का हक सब को है.
धर्म का दखल
हमारा समाज और धर्म इस बात को गलत नजरिए से देखता है. समाज हम से मिल कर बनता है मगर इस समाज का नजरिया धर्म ने गढ़ा है. धर्म हमें समझाता है कि एक औरत की डोली किसी घर में आती है तो फिर अर्थी ही वापस जाएगी. जिस पुरुष के साथ उस का रिश्ता जुड़ा है वह 7 जन्मों का है और हर तरह की यातनाएं सहने के बावजूद उसे किसी दूसरे पुरुष के बार में सपने में भी सोचना उसे पापिन बना देगा. उसे नर्क में भी जगह नहीं मिलेगी.
स्त्रीपुरुष के बीच इस दोगले नियमों ने सदियों महिलाओं को अबला बना कर रखा मगर अब महिलाएं अपने हक और ख़ुशी के लिए आवाज उठाने लगी हैं. वे इन बंधनों से खुद को आजाद करने के लिए कोई भी कदम उठाने से नहीं हिचकतीं. जज्बातों में बह कर अगर वह किसी दूसरे के साथ जाती है तो इसे पूरी तरह गलत नहीं कहा जा सकता.
मगर समस्या तब आती है जब महिला के छोटे बच्चे होते हैं. ऐसे में उन बच्चों की जिंदगी दांव पर लग जाती है. उन का भविष्य अनिश्चित हो जाता है क्योंकि कोई नहीं जानता कि महिला का नया प्रेमी बच्चों के साथ कैसा बरताव करे या फिर बच्चे मां के नए पति के साथ सुरक्षित रह पाएं या नहीं. कभीकभी सौतेले बाप द्वारा यौनशोषण की घटनाएं भी आती रहती हैं. वैसे भी, इंसान किसी और के बच्चों को सहजता से अपना नहीं पाता.
नए घर में संभव है कि उन्हें पूरा अधिकार भी न मिले. पत्नी अगर पति के पास बच्चों को छोड़ कर जाती है तब भी बच्चों की जिंदगी पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है. कई दफा पत्नी के बाद पति शराबी हो जाता है. वह घर, बच्चों और अपनी जिंदगी के प्रति भी लापरवाह हो जाता है. मानसिक तनाव उस पर हावी होने लगता है. धोखा दिए जाने के गम से उबरने में उसे काफी समय लगता है. अगर वह दूसरी शादी करता है तो नई मां का व्यवहार बच्चों के प्रति कैसा हो, यह पहले से कहा नहीं जा सकता.
इसलिए अगर कोई शादीशुदा महिला अपने बच्चों को ले कर घर छोड़ने का फैसला लेती है तो उसे बच्चों से जुड़े ये जोखिम उठाने को तैयार रहना चाहिए. उसे पता होना चाहिए कि वह बच्चों के साथ सबकुछ कैसे मैनेज करेगी और बच्चों के भविष्य को बिगड़ने से कैसे बचाएगी. इंसान कदम उठता है तो रास्ते मिल ही जाते हैं मगर आने वाली मुसीबतों का एहसास और उस का समाधान पहले से सोच कर रखना जरूरी होता है.