Same-Sex Marriage in India : उत्तर प्रदेश के देवरिया में 8 जनवरी को एक अलग तरह की शादी हुई. इस में दूल्हा और दुलहन दोनों ही लड़कियां थीं. और्केस्ट्रा में बतौर डांसर काम करने वाली इन 2 युवतियों ने मंदिर में शादी रचा ली. दोनों युवतियां पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं और 2 साल से पतिपत्नी की तरह साथ रह रही थीं.

दोनों ने अपनी शादी का पहले बाकायदा नोटरी शपथपत्र बनवाया. उस के बाद मंदिर में पूरे विधिविधान व मंत्रोच्चार के साथ शादी की. एकदूसरे को वरमालाएं भी डालीं. एक युवती ने दूसरी युवती के मांग में सिंदूर भरा. इतना ही नहीं, एक युवती वर के ड्रैस में यानी शेरवानी और सिर पर टोपी पहने हुए थी तो दूसरी युवती ने शादी का जोड़ा यानी साड़ी पहन रखी थी. अब यह समलैंगिक शादी पूरे क्षेत्र और सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है.

दरअसल, देवरिया के एक और्केस्ट्रा में ये 2 युवतियां करीब 3 वर्षों से डांस करती आई हैं. डांस के दौरान दोनों में दोस्ती हो गई. यह दोस्ती कब प्यार में बदल गई, पता नहीं लगा. इस के बाद दोनों ने एकदूसरे के साथ जीनेमरने की कसमें खा लीं और समाज की चली आ रही रीति से विद्रोह करते हुए आपस में शादी करने का फैसला लिया. दोनों लड़कियां पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं. एक लड़की का नाम जयश्री राउल है जिस की उम्र 28 साल है. वहीं दूसरी लड़की का नाम राखी दास है जिस की उम्र 23 साल है.

30 दिसंबर को और्केस्ट्रा संचालक और उस के कुछ साथी दीर्घेश्वर नाथ मंदिर पहुंचे थे और दोनों युवतियों की शादी करने की बात कही. लेकिन मंदिर के महंत ने उच्च अधिकारियों की अनुमति न होने का हवाला देते हुए उन्हें वहां से लौटा दिया. उस के बाद मायूस हो कर सभी लोग वापस लौट गए और भाटपाररानी तहसील जा कर दोनों ने शादी के लिए स्टांपपेपर खरीदा. फिर दूसरे मंदिर में जा कर शादी रचा ली.
इश्क जब परवान चढ़ता है तो फिर वह किसी की भी नहीं सुनता, ऐसा ही कुछ यहां पर भी हुआ है.

कानून ने भले ही सेम सैक्स मैरिज को मान्यता न दी हो मगर इन्होंने दिल की सुन कर यह फैसला लिया. दोनों का कहना है कि भले ही जिंदगी के बंधन से ही मुक्त कर दो लेकिन रहेंगे तो हम साथ ही. वैसे, परिजनों की रजामंदी के बाद ही उन्होंने मंदिर में सात फेरे लिए. राखी खुद को पत्नी व जयश्री को पति मान रही है.

कोई भी हो सकता है हमसफर

हमसफर यानी कोई ऐसा शख्स जो जिंदगी के सफर में आप के साथ रहे, ताउम्र आप का साथ दे और आप की जिंदगी के सफर को खूबसूरत बनाए. आप एक लड़की हैं तो भी आप का हमसफर कोई लड़की भी हो सकती है. जरूरी नहीं कि आप का पार्टनर एक लड़का ही हो. बात दिल मिलने की है. अगर कोई लड़की पसंद आ रही है तो उस के साथ भी आप पूरी जिंदगी बिता सकती हैं.

खासकर 35-40 की उम्र तक शादी नहीं की है और जिंदगी अकेले बिताने में डर लग रहा है तो आप एक लड़की के साथ सैटल हो सकती हैं. वह आप की बीमारीहारी में आप का साथ तो देगी ही, साथ ही, उस के रूप में आप के पास अपने मन की बात शेयर करने के लिए भी कोई खास शख्स भी होगा.

वैसे भी, प्यार पर किसी का वश नहीं होता है. अगर प्यार दोतरफा हो तो इसे मंजिल मिल ही जाती है. इस से फर्क नहीं पड़ता कि प्यार समलिंगी के साथ हुआ या विषमलिंगी के साथ. अकसर 2 लड़कियों के बीच इतना गहरा रिश्ता बन जाता है कि उन्हें एकदूसरे की आदत हो जाती है. वे अलग हो कर जीने की कल्पना नहीं कर पातीं. 2 लड़कियां किसी घर में साथ रह रही हैं तो आसपास वाले उंगली भी नहीं उठाते. उन के लिए एकदूसरे के साथ एडजस्ट करना आसान होता है. साथ रहते हुए वे फिजिकल हों तो भी प्रैगनैंसी का डर नहीं रहता. वे आराम से साथ घूमनाफिरना, शौपिंग या मूवी देखना कर सकती हैं. इस में न तो सोसाइटी वालों को परेशानी होती है और न रिश्तेदारों को. इसे 2 सहेलियों का खूबसूरत बौंड माना जाता है.

मगर कभीकभी यह गहरा रिश्ता दोस्ती से बढ़ कर हो जाता है. तब दोनों एकदूसरे को हमसफर बनाने को आतुर हो उठती हैं. इस में उन्हें समाज और कानून की बंदिशों का सामना करना पड़ता है. लोग इस रिश्ते को कोई नाम देने की बात पर मजाक उड़ाने लगते हैं क्योंकि वे इस रिश्ते को दोस्ती के आगे देखने की बात सोच ही नहीं पाते. जब 2 लड़कियां रिश्ते को आगे बढ़ाने की सोचने लगतीं हैं तो उन्हें शुरू में कुछ व्यवधानों व लोगों की असहमति का सामना करना पड़ सकता है. मगर समय के साथ सब सही हो जाता है.

अगर 2 लड़कियां शादी करने की बात सोचती हैं तो उन्हें पता होना चाहिए कि कानून ने हमें इस की अनुमति नहीं दी है. यानी, कानून की नजर में सेम सेक्स मैरिज जायज नहीं है. फिर भी यदि 2 लड़कियां इस बंधन में बांधती हैं तो उन्हें कुछ मामलों में क्लियर रहना चाहिए और शादी के बाद इन बातों का खयाल रखना चाहिए.

पार्टनर को बनाएं नौमिनी

आप दोनों एकदूसरे की हमसफर हैं. समय के साथ आप की उम्र बढ़ेगी और हो सकता है कि किसी एक की मृत्यु पहले हो जाए. ऐसे में शादी के बाद अपने पार्टनर को फाइनैंशियली स्ट्रौंग बनाए रखने के लिए पहले से सोच कर रखिए. ऐसे रिश्तों में अकसर घरवाले नाराज रहते हैं या सपोर्ट नहीं करते. इसलिए अपने पार्टनर के भविष्य को सिक्योर करने के लिए आप उसे अपनी इनकम व बाकी वैल्थ के बारे में पूरी जानकारी दें. बैंक अकाउंट्स और जहां भी संभव हो, उसे ही अपना नौमिनी बनाएं. अपने बहन भाई के बच्चों के बजाय अपनी प्रौपर्टी का हकदार अपने पार्टनर को बनाएं.

हो सके तो बच्चा गोद लें

भले ही आप का फिजिकल रिश्ता खूबसूरत हो और आप अपनी जिंदगी से संतुष्ट हों मगर ऐसे रिश्तों में कहीं न कहीं एक कमी रह ही जाती है. और वह है पेरैंट्स न बन पाने की. आप को इस शादी से संतानसुख नहीं मिल सकता. ऐसे में बुढ़ापे में अकेलापन तकलीफ पहुंचा सकता है. इसलिए पहले से इस का भी समाधान ढूंढ कर रखें. कानूनी तौर पर एक अकेली लड़की भी बच्चा गोद ले सकती है. इसलिए शादी के पहले या बाद, आप में से कोई एक बच्चे को गोद ले ले. इस से आप का परिवार पूरा बन जाएगा. बच्चा आप दोनों को बड़ी मम्मी और छोटी मम्मी कह कर बुला सकता है. बच्चा आप के रिश्ते को और भी मजबूत करेगा.

एकदूसरे की पूरक बनें

आप दोनों में से एक जौब कर रही है और एक नहीं, तो आप दोनों पतिपत्नी की भूमिका निभा सकते हैं. जो जौब करती है वह पैसे कमाने पर ध्यान दें और दूसरी लड़की घर और बच्चे की साजसंभाल में समय लगा सकती है. एक परिवार को चलाने के लिए दोनों ही भूमिकाएं महत्त्वपूर्ण होती हैं. इसलिए अपने पार्टनर के पूरक की भूमिका निभाएं और दिल खोल कर जिंदगी का सुख लें.

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