बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें जेल जाने के बाद भी खत्म नहीं हो पा रही. इस बार मुश्किल चारा घोटाले से संबंधित कानूनी काररवाई से नहीं बल्कि अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को ले कर है जिन्होंने 6 महीने पूर्व हुई शादी को खत्म करने के लिए अदालत का रूख कर तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी है.
तलाक की अर्जी दाखिल करने के बाद मीडिया में खबर आते ही लोगों में उत्सुकता बढ़ गई कि आखिर क्या वजह रही होगी कि इतने कम समय में ही तलाक का फैसला लेना पड़ा. सियासी परिवारों में आमतौर पर घर की लड़ाईझगडे को बाहर नहीं आने दिया जाता. वजह इस से जनता में गलत मैसेज जाता है, दूसरा देश की राजनीति इतनी गंदी हो चुकी है कि सियासी फायदे के लिए विपक्षी पार्टी निजी जीवन पर भी कटाक्ष करने से नहीं चूकतीं.
मंत्री भी रह चुके हैं
यों तेज प्रताप खुद पिछली सरकार में मंत्री रह चुके हैं. पिता लालू प्रसाद यादव और माता राबड़ी देवी बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और हाल ही में उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल ने कई सीटों पर जीत दर्ज की है.
ऐसा नहीं है कि तलाक कोई अजूबा चीज है जिसे इस से पहले किसी ने नहीं लिया मगर चूंकि यह बिहार के बड़े सियासी घराने को लेकर था, लिहाजा मीडिया में मसालेदार खबर बन गई. वह भी तब जब लगभग 2 महीने पहले सियासी गलियारों से यह चर्चा आम थी कि तेज प्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या आगामी विधानसभा या लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं.
आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
डिजिटल

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
- देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
- 7000 से ज्यादा कहानियां
- समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
- देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
- 7000 से ज्यादा कहानियां
- समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
- 24 प्रिंट मैगजीन