12वीं के बाद कौन सा कैरियर चुनें, किस फील्ड में अच्छा होगा, कालेज में ऐडमिशन लें या फिर कोई अन्य कोर्स करें, बिजनैस में हाथ आजमाएं या फिर नौकरी में. अकसर स्टूडैंट्स को 12वीं करने के बाद इसी समस्या से दोचार होना पड़ता है. कहते हैं कि असली परेशानी स्कूल से निकलने के बाद ही शुरू होती है, जब आप को कैरियर सोचसमझ कर चुनना पड़ता है. आजकल कालेजों की कटऔफ लिस्ट इतनी हाई हो गई है कि किसी अच्छे कोर्स में ऐडमिशन लेना अब हर किसी के बस की बात नहीं रह गई. अगर आप को हाई कटऔफ के चलते कालेज में ऐडमिशन न मिल पाया हो तो परेशान होने की जरूरत कतई नहीं है. यहां कुछ टिप्स दिए जा रहे हैं जिन्हें अमल में ला कर आप बेहतर कैरियर बना सकते हैं :

प्रोफैशनल कोर्स पर दें ध्यान

आजकल बीबीए, जर्नलिज्म, बीटैक जैसे कोर्सेज की भी काफी डिमांड है. अपनी स्किल्स के हिसाब से आप अपना कैरियर बना सकते हैं. कई यूनिवर्सिटीज और इंस्टिट्यूट्स प्रोफैशनल कोर्सेज कराते हैं. आजकल जर्नलिज्म की भी काफी डिमांड है. आईआईएमसी के अलावा दिल्ली के कई कालेजों से जर्नलिज्म का कोर्स किया जा सकता है. कई बड़े शहरों में भी जर्नलिज्म इंस्टिट्यूट्स हैं जहां से आप यह कोर्स कर सकते हैं. यदि आप कुछ हट कर करना चाहते हैं तो इवैंट मैनेजमैंट, योग, टूरिज्म, आरजे, वीजे और डीजे जैसे कोर्सेज में भी अपने हाथ आजमा सकते हैं. इन में नाम के साथसाथ पैसा भी है और करने के लिए कुछ नया भी.

खुद तय करें अपनी मंजिल

सब से पहले आप को अपना उद्देश्य समझना होगा कि आखिर आप करना क्या चाहते हैं. फिर उस पर फोकस करने के बाद आगे कदम बढ़ाइए. याद रखिए, अगर आप के इरादे मजबूत होंगे तो आप तरक्की करते चले जाएंगे. यदि आप नौकरी नहीं करना चाहते और खुद बौस बनना चाहते हैं, तो आप अपना रास्ता खुद बना सकते हैं. छोटे से बिजनैस से आप शुरुआत कर सकते हैं.

शौक बड़ी चीज है

यदि आप इन सब से हट कर कुछ और करना चाहते हैं तो जरा अपने शौक पर भी गौर फरमाइए. अगर आप को कुकिंग का शौक है तो आप होटल मैनेजमैंट का कोर्स कर सकते हैं. पांचसितारा होटल में शैफ की सैलरी काफी अच्छी होती है और यदि आप किसी होटल में शैफ नहीं बनना चाहते तो खुद का भी कुछ काम शुरू कर सकते हैं. मास्टर शैफ संजीव कपूर हों या फिर शैफ हरपाल सभी आज की तारीख में सैलिब्रिटीज हैं. इन लोगों का संबंध सीधा आम लोगों से है. यही वजह है कि लोग शैफ को सैलिब्रिटी से कम नहीं समझते. अपना खुद का फैसला लें कि आप क्या करना चाहते हैं. हां, आप अपने फैसले पर परिवार या बाहरी लोगों की राय जरूर ले सकते हैं. वे आप के कैरियर को ले कर क्या सोचते हैं, क्या कहते हैं, उसे ध्यान से सुनें, लेकिन किसी को अपने ऊपर हावी न होने दें.

27 वर्षीय योगेश को 12वीं के बाद उस के घर वालों ने कालेज में पढ़ने की सलाह दी, लेकिन उस की रुचि टूरिज्म में थी, पैसे की तंगी के चलते वह कोर्स नहीं कर पाया. जिस की कसक आज भी योगेश के दिल में है. 12वीं के बाद का समय वह समय है जब आप के कैरियर की दिशा निर्धारित होती है. याद रखिए, कैरियर बारबार नहीं बनता, इसलिए कुछ भी करने से पहले हजार बार सोचें. उस के बाद ही उस पर अमल करें, ताकि भविष्य में होने वाली भूल से बचा जा सके.

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