आजकल युवाओं में अपनी गर्लफ्रैंड को ‘हनी’ व ‘बेबी’ कहने का चलन जोरों पर है. पब्लिक प्लेस पर एकदूसरे को बुलाना हो या फिर फोन बुक में नंबर सेव करना हो, वे ‘हनी’, ‘बेबी’, ‘बाबू’, ‘जानू’, ‘स्वीटू’ वे इसी तरह के नामों का इस्तेमाल करते हैं.
अगर आप भी अपनी गर्लफ्रैंड, किसी महिला दोस्त या किसी महिला को इस तरह के नाम से पुकारते हैं तो अब छोड़ दीजिए, क्योंकि ऐसा करना आप को महंगा पड़ सकता है और ऐसा करने पर आप को जेल भी हो सकती है. दरअसल उत्तराखंड राज्य महिला आयोग ने यह पहल शुरू की है कि महिलाओं के खिलाफ जो भी इस तरह के शब्दों का प्रयोग करेगा, उसे जेल भेजा जाएगा. उत्तराखंड महिला आयोग का कहना है कि इस से युवा पीढ़ी के बीच महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध को रोकने में मदद मिलेगी. सरकारी आंकड़ों के हिसाब से अप्रैल से दिसंबर 2015 तक 1,118 शिकायतें आई हैं, जिस में से अधिकतर शिकायतें उत्पीड़न मामलों की थी.
पर क्या यह वाकई संभव है कि महिला आयोग के इस तरह से शब्दों पर रोक लगाने से महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध को कम किया जा सकेगा अगर है तो सब से पहले महिलाओं को जोड़ कर दी जाने वाली गालियों पर रोक लगाना चाहिए, जिसे लोग आए दिन हर 5 से 10 मिनट में इस्तेमाल करते हैं.
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