पढ़े लिखे फ्रेशर्स के लिए खुशखबरी है. कालेज/इंस्टिट्यूट से आईटी (इन्फार्मेशन टेक्नोलौजी) के क्षेत्र में डिगरी हासिल कर जौब में आए फ्रेशर्स को अब 3.5 लाख रुपए या उस से ज्यादा सालाना वेतन मिलेगा. आईटी कम्पनियों ने देश में तकरीबन 5 वर्षों में एंट्री लेवल के कर्मचारियों का सैलरी पैकेज बढ़ा कर 3.5-3.6 लाख रुपए सालाना कर दिया है. फ्रेशर्स का सैलरी पैकेज इसलिए बढ़ाया गया है क्योंकि ऐसी युवा प्रतिभाओं की मांग बढ़ रही है जिन्हें वैश्विक ग्राहकों के बढ़ते औडर्स से तालमेल बैठाने के लिए प्रशिक्षित किया जा सकता है.
एंट्री लेवल कर्मचारियों के सैलरी पैकेज में 8-10 फीसदी की बढ़ोतरी की एक बड़ी वजह औद्योगिक क्षेत्र में तकनीक की बढती भूमिका भी है जो कम्पनियों को प्रशिक्षित प्रतिभाओं को नियुक्त करने के लिए मजबूर कर रही है.
देश की जानीमानी आईटी कंपनी विप्रो के प्रवक्ता का कहना है, “हम ने सभी इंस्टिट्यूट हायरिंग (कैम्पस रिक्रूटमेंट) के लिए सैलरी पैकज बढ़ाया है. हम एंट्री लेवल पर पहले 3.2 लाख रुपए से 3.3 लाख रुपए तक औफर करते थे, जिसे अब बढ़ा कर 3.5लाख रुपए कर दिया है.
आईटी इंडस्ट्री के एक्सपर्ट्स का कहना है कि पिछले 5-6 वर्षों से एंट्री लेवल पैकज 3.1 लाख रुपए से 3.3 लाख रुपए के बीच बना हुआ था. पैकज बढ़ने से संकेत मिलता है कि कम्पनियां अपने ग्रोथ वाले व्यवसाय की वर्कफोर्स को मज़बूत कर रही हैं. भारतीय कम्पनियां तकरीबन 3 साल की सुस्ती के बाद हज़ारों फ्रेशर्स को रिक्रूट करने के लिए इंजीनियरिंग कैंपस में फिर से जा रही हैं. एचसीएल टेक्नोलोजीज करीब 25 हज़ार फ्रेशर्स को रिक्रूट करेगी. इनफ़ोसिस ने भी कहा है की उस ने एंट्री लेवल पैकज को बढ़ा कर 3.6 लाख रुपए कर दिया है.
इनफ़ोसिस के प्रवक्ता का कहना है कि कम्पनी ने कैम्पस रिक्रूटमेंट के लिए शुरूआती वेतन बढ़ा कर 3.6 लाख रुपए कर दिया है. इस के अलावा, कम्पनी चयन प्रक्रिया में अच्छा प्रदर्शन करने वाले और बेहतर स्किल वाले कैंडिडेट को 5 लाख से 8लाख रुपए भी औफर कर रही है.
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