रितिका की मौम अपनी स्कूल फ्रैंड से फोन कौल पर अपने समय के दीवाली के त्योहार से जुड़े नोस्टेलजिक पलों को याद कर रही थीं, “यार अब दीवाली में वो मजा ही नहीं रहा. दीवाली की वो रौनक ही नहीं रही अब जो हमारे टाइम पर होता था. दीवाली तो है, पर वो खुशियां नहीं. घर में कई दिनों पहले बनने वाले खाने के तरहतरह के पकवान, मिठाइयां, मां की मदद से चकली, शक्करपारे, चिवड़ा वगैरह बनाना. उस समय सब एक साथ बैठे पूजा करते थे, खाना खाते थे, खूब पटाखे जलाते थे आज न तो वो दीवाली है और न ही वो खुशियां.

“याद है तुम्हें उस पटाखे जलाने का भी अपना मजा था. कैसे हम पटाखे धूप में रखते थे कि अगर धूप में नहीं रखे तो वे फुस्स हो जाएंगे. हमें जो फुलझड़ियां मिलती थी और उन्हें जला कर हम कितने खुश होते थे. अब तो बच्चे दीये कम और बिजली वाली एलईडी लाइट्स ही लगाते हैं.”

“हां यार , दीवाली के कई दिन पहले ही हम बाजार से दीये ले कर आते थे और अपने परिवार वालों से ज्यादा दीये लेने की जिद करते थे ताकि दीवाली पर घर सजाने में कोई कसर न रह जाए. बारीबारी दीयों में तेल डालना, बधाई देने और मिलने अपने रिश्तेदारों के यहां जाना. सही बात है यार, चल फिर बाद में बात करते हैं” कह कर रीतिका की मौम ने फोन रख दिया.

16 साल की रीतिका अपनी मौम के पास पहुंची और बोली, “मौम माना कि बदलते दौर में बहुत कुछ बदला है, दीवाली मनाने के तरीके भी बदल गए हैं. हर पीढ़ी दीवाली को अपने ढंग से मनाती है लेकिन मुझे लगता है हमें बदलते समय के साथ बदलना चाहिए और हल पल को एन्जोय करना चाहिए.” यह कह कर वह अपनी मौम के गले लग गई.

पुराने समय से कंपैरिजन करने में कोई समझदारी नहीं

पुराने समय को अच्छा और आज के समय गलत बता कर नुक्स निकालना या अपने समय से कंपेरिजन करने में कोई समझदारी नहीं है. बदलते समय के साथ अब बहुत सहूलियतें आ गई हैं. इस में आप ही सोचिए आज एक क्लिक पर घर बैठे आप के सामने बिना कहीं गए खानेपीने, कपड़े, ग्रोसरी या डेकोरेशन का सामान घर पर आ जाता है तब यह कहां पोसिबल था. बातबात पर “हमारे टाइम में तो ऐसे होता था” यह कह कर त्योहार का मज़ा किरकिरा ही होगा. बदलाव प्रकृति का नियम है और चेंज को एकसेप्ट कर के त्योहारों का मजा लेना चाहिए.

दीवाली गिफ्ट्स की औनलाइन शौपिंग से बढ़ाएं रिश्तों में मिठास

भागदौड़ भरी जिंदगी में समय निकालना और बाजार जा कर गिफ्ट्स खरीदना अब प्रेक्टिकल नहीं रह गया है इसलिए औनलाइन शौपिंग वेबसाइटों से ई-वाउचर, दीवाली गिफ्ट्स की शौपिंग कर के करीबियों को दीवाली गिफ्ट्स देना एक बेस्ट औप्शन है. अमेजन, फ्लिपकार्ट, मिंत्रा, मीशो, जिओ मार्ट जैसे ढेरों औनलाइन शौपिंग पोर्टल्स पर फेस्टिवल सेल्स लगी रहती हैं जहां लाखों शानदार दीवाली गिफ्ट के औप्शन हैं और आज का यूथ घर बैठे इन्हें और्डर कर सकता है और दीवाली पर अपने फ्रैंड्स, रेलटिव्स, क्लीग्स के साथ गिफ्ट्स एक्सचेंज कर के अपने रिश्तों को मजबूत बना सकता है.

ये सभी दीवाली गिफ्ट इन दिनों काफी ज्यादा ट्रेंड में भी चल रहे हैं. इस लिस्ट में मिल रहे दीवाली गिफ्ट में ढेरों चौइसेज हैं जिन्हें वे और्डर कर सकते हैं. दीवाली के त्योहार का जश्न मना सकते हैं. दीवाली गिफ्ट की ये औनलाइन लिस्ट इन दिनों काफी ज्यादा पसंद की जा रही है. हैवी डिस्काउंट और औफर्स के साथ घर बैठे बढ़िया डील पाने के लिए सेल को भी चेक किया जा सकता है.

अपनों के लिए दीवाली गिफ्ट्स खरीदने के लिए भीड़भाड़ में धक्के खाने के झंझट और मोलभाव करने की मुसीबत से बचते हुए औनलाइन शौपिंग के जरिए दीवाली गिफ्ट को काफी सस्ते दाम में लिया जा सकता है. हां अगर को कहे कि उसे भीड़भाड़ में जा कर, शोरशराबे और दुकानदार से नोंकझोंक करने में ही मजा आता है तो क्या ही कह सकते हैं.

इको-फ्रैंडली दीवाली है सही औप्शन

कई लोग बड़े गर्व से बताते हैं कि उन के समय में वे अंधाधुंध पटाखे जलाया करते थे. इसे वे अपने सुनहरे किस्सों के रूप में सुनाते हैं. वे ये नहीं समझते कि शोर करने वाले बम और फैंसी रौकेट अंधाधुंध तरीके से जलाए जाने से पर्यावरण को तो नुकसान होता ही है साथ ही पटाखों की आवाज जानवरों को भी परेशान करती है. कई बार हमारे घर के आसपास रहने वाले अधिक उम्र के लोगों को इन पटाखों की आवाज और उस से निकले धुएं से परेशानी हो सकती है इसलिए बदलते समय में दीवाली पर प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों के बजाय, इको-फ्रैंडली पटाखे इस्तेमाल करना बेस्ट औप्शन है.

मन से खुशी जताएं और दीवाली मनाएं

खुशी का संबंध मन से ही होता है. दीवाली के दिन रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ घर में छोटी सी पार्टी करना एक सुखद अनुभव हो सकता है. घर के टीनएजर्स अगर अपने दोस्तों के साथ कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो अच्छी बात है.

दीवाली के उत्सव में गेम्स नाइट्स आयोजित करने की एक अच्छी परंपरा है, चाहे वह आप के घर पर हो या दोस्तों के घर. दीवाली की रात में एक साथ कोई गेम एक्टिविटी प्लान करें. साथ में मिल कर म्यूजिक पर डांस करें. गेम्स जैसे डम्ब शराड एक साथ खेल सकते हैं.

दीवाली के डिजिटल बधाई संदेश

परंपरागत रूप से पत्र, पोस्टकार्ड, स्मृति चिन्ह भेजना अब उबाऊ होने के साथसाथ प्रैक्टिकल भी नहीं है. ऐसे में मैसेज ईमेल, ई-कार्ड भेजे जा सकते हैं. दीवाली पर क्रिएटिविटी का एक रूप पर्सनल वीडियो मैसेज हो सकता है. यह आप के अपनों को खुशी और अपनेपन का एहसास देगा.

दीवाली पर दूर बैठे अपनों के साथ स्काइप सेशन, इंस्टाग्राम और फेसबुक स्टोरीज आदि के जरिए करीब आना दीवाली के जश्न को एक नया रूप दे सकता है . आप सोशल मीडिया लाइव सेशन के ज़रिए जुड़ना और सभी को अपनी दीवाली की झलक दिखाना भी कम इनोवेटिव नहीं होगा.

किचन में पसीना क्यों बहाना

खाने के शौकीनों के लिए भी यह डिजिटल दीवाली है. नहीं, आप को पहले की तरह दावत तैयार करने के लिए रसोई में दिन भर पसीना बहाने की जरूरत नहीं है. मिठाई से ऊब गए हैं और थाई करी खाना चाहते हैं? बस अपना खाना औनलाइन और्डर करें और डिनर से पहले सब कुछ तैयार कर लें. फूड डिलीवरी ऐप्स के जरिए मनचाही मिठाइयां फूड्स और्डर कर सकते हैं. अच्छी बात यह है कि पर पीस के हिसाब से भी इसे मंगवा सकते हैं. परिवार और दोस्तों के साथ स्वादिष्ट खाना और साथ में एक अच्छा टाइम बिताना दीवाली जैसे त्यौहार को और भी खास बना देता है.

घर की साफ सफाई और डेकोरेशन

आजकल घर की साफसफाई के लिए भी औनलाइन सर्विसेज एवलेबल हैं जिन से आप घर की साफसफाई करवा सकते हैं और मार्केट में मिलने वाले इलैक्ट्रानिक दीय, फ्लोटिंग कैंडल्स, बैटरी वाली एलईडी कैंडल, इलैक्ट्रिक लालटेन, बैटरी से घूमने वाले दीये, तरहतरह की फ़ैंसी लाइटों से घर को जगमगा सकते हैं.

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