अगर आप भी अपनी समस्या भेजना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें..
सवाल –
मेरी शादी को 1 साल हुआ है और मेरे घर में मैं, मेरी पत्नी और मेरे मातापिता रहते हैं. हम चारों में काफी प्यार है और किसी को किसी से कोई शिकायत नहीं रहती. मेरी पत्नी भी मेरे मातापिता का खूब अच्छे से खयाल रखती है. मैं ज्यादातर समय अपने काम पर ही रहता हूं और कभीकभी अपने काम के सिलसिले में मुझे शहर से बाहर भी जाना पड़ता है पर मैं इस बात से निश्चिंत हूं कि मेरी बीवी ने मेरा घर अच्छे से संभाल लिया है और वह अपनी जिम्मेदारी अच्छे से निभाती है. पिछले कुछ दिनों से मेरी बीवी ने मुझ से एक ऐसी शिकायत की जिसे सुन कर मुझे उस पर विश्वास नहीं हुआ. मेरी पत्नी को लगता था कि मेरी मां उस से छिप कर उस का मोबाइल फोन चैक करती हैं. पहले तो मुझे यकीन नहीं हुआ लेकिन मैं काफी हैरान हुआ जब मैं ने अपनी मां को खुद मेरी बीवी का फोन चैक करते हुए देखा. मुझे नहीं पता वे ऐसा क्यों कर रही हैं. मुझे क्या करना चाहिए ?
जवाब –
जैसाकि आप ने बताया कि आप ज्यादातर अपने काम पर ही रहते हैं, तो ऐसे में आप के मातापिता के सब से नजदीक आप की पत्नी ही रहती है. हो सकता है कि आप की मां ने कुछ ऐसा देखा हो या फिर उन्हें कुछ एहसास हुआ हो जो वे ऐसा कर रही हैं. या फिर यह भी हो सकता है आप की माताजी आप की पत्नी के मोबाइल से कुछ सीखने की कोशिश भी कर रही हों.
आप को बिना सारी बात जाने किसी से कोई बात नहीं करनी चाहिए. यहां तक की आप अपनी पत्नी को भी न बताएं कि आप ने भी अपनी मां को उन का फोन चैक करते देखा है. आप अपनी पत्नी से ऐसा कहें कि हो सकता है कि यह सब उन का वहम हो.
अपनी मां के साथ अकेले में बैठें और उन से पूछें कि वे यह सब क्यों कर रही हैं. आखिर उनके मन में ऐसा क्या चल रहा है जो वे अपनी बहू का फोन चैक करने लगी हैं. यह भी जानने की कोशिश करें कि कहीं वे मोबाइल पर कुछ जानने की कोशिश तो नहीं करतीं.
बात जो भी हो, वे यकीनन आप को सारी सचाई जरूर बताएंगी. ऐसे में आप को शांत दिमाग से काम लेना होगा.
अपनी मां की बात सुन कर पहले सारी सचाई का अपनी तरफ से पता लगा लें उस के बाद ही किसी से कुछ कहें क्योंकि रिश्तों की डोर काफी नाजुक होती है तो इसे संभाल कर चलना पङता है.
मां और पत्नी दोनों का साथ दे कर एकदूसरे के मन के वहम को दूर करना आप की जिम्मेदारी है.
अलबत्ता, मां को आप की बहू का फोन पसंद है, तो एक अपनी मां को भी ला कर दे दें. दूसरा, अगर वे पढ़ीलिखी हैं तो उन्हें पत्रपत्रिकाएं व अच्छा साहित्य भी पढ़ने को दे सकते हैं. इस से वे मोबाइल से दूर रहेंगी और बुजुर्ग अवस्था में उन का मन भी लगा रहेगा.
व्हाट्सऐप मैसेज या व्हाट्सऐप औडियो से अपनी समस्या इस नम्बर पर 8588843415 भेजें.