सवाल
मैं 32 वर्षीया विवाहिता हूं. मेरी 2 बेटियां हैं, जबकि मेरे जेठ और देवर के 2-2 बेटे हैं. मेरी सास हमेशा मुझे ताना देती रहती हैं इसलिए मैं चाहती हूं कि एक चांस और ले लूं. शायद बेटा हो जाए. जबकि मेरे पति इस के लिए रजामंद नहीं हैं. उन का कहना है कि बेटियों को ही अच्छी तरह से पढ़ालिखा कर योग्य बनाएंगे. मैं क्या करूं?
जवाब
इतने प्रगतिशील युग में जब लड़कियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं हैं, आप ऐसी छोटी और दकियानूसी बातें कर रही हैं. स्वयं औरत हो कर ऐसी सोच रखती हैं, जबकि आप के पति की सोच प्रशंसनीय है. इसलिए आप को उन की सोच का समर्थन करना चाहिए और अपनी बच्चियों की अच्छी तरह परवरिश करनी चाहिए.
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