आतंकवाद पर खुद को पीड़ित बताने वाला पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में बेनकाब हो गया. भारत ही नहीं, बांग्लादेश, ईरान और अफगानिस्तान के नेताओं के आतंकवाद पर चौतरफा हमलों से पाक चारों खाने चित नजर आया.

पाकिस्तान पर सबसे करारा हमला संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव एनम गंभीर ने बोला. पाक पीएम शाहिद खाकान अब्बासी के आरोपों का जवाब देते हुए गंभीर ने पड़ोसी मुल्क को ‘टेररिस्तान’ की संज्ञा दी. उन्होंने कहा कि मसूद अजहर, जकीउर रहमान लखवी जैसे खूंखार आतंकी पाक की गलियों में बेरोकटोक घूमते हैं. मुंबई हमले का गुनहगार हाफिज सईद अब राजनीतिक दल का नेता बनने की तैयारी में है. सबसे अजीब बात है कि ओसामा बिन लादेन और मुल्ला उमर जैसे आतंकी सरगनाओं को पनाह देने वाला देश खुद को पीड़ित बता रहा है. वह लोकतंत्र और मानवाधिकार के मुद्दे पर दुनिया को सीख देने की कोशिश कर रहा है.

उधर,विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी यूएन में ब्रिक्स, दक्षेस समेत बहुपक्षीय बैठकों में आतंकवाद को लेकर पाक को घेरा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए स्पष्ट संकेत है कि वह राष्ट्र की नीति के रूप में आतंकवाद का इस्तेमाल करना बंद करे. उसे घोषित आतंकवादी संगठनों को पनाह देना बंद करना चाहिए.

आतंक की भूमि बना : भारत

यूएन में भारतीय राजनयिक एनम गंभीर ने कहा, पाक का अर्थ है पवित्र, लेकिन वह भूमि अब आतंक की भूमि बन चुकी है. पाकिस्तान में अब एक फलता-फूलता उद्योग है जो आतंकवाद पैदा कर रहा है.

ध्यान भटका रहा : अफगानिस्तान

अफगान राजनयिक ने कहा कि पाक आतंकी गतिविधियों का गढ़ है. उन्होंने आरोप लगाया कि पाक उसके देश में पैठ बनाए आतंकी संगठनों के खिलाफ कारवाई में नाकामी से दुनिया का ध्यान भटकाना चाहता है.

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