प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यूपी पहुंचने से पहले ही उनके शहर बनारस में नये जमाने के पोस्टर लग गये हैं. बनारस में पोस्टर शिव सेना की ओर से लगाये गये हैं. पोस्टर में खास तौर पर रामलीला के तीन किरदारों पर फोकस किया गया है. पोस्टर में मोदी को राम के रूप में तो पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ को रावण के रूप में दिखाया गया है. सर्जिकल स्ट्राइक पर सबसे पहले सवाल उठाने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी शिव सेना ने पोस्टर में जगह दी है, लेकिन मेघनाद के रूप में.
वैसे अगर चुनाव नहीं होने होते तो शायद अरविंद केजरीवाल भी ऐसे बयान न देते कि उन्हें भारत से ज्यादा पाकिस्तान में सपोर्ट मिले. कांग्रेस भी शायद संजय निरूपम के बयान से उस तरह किनारा नहीं करती. दिग्विजय सिंह तो खैर अपवाद हैं. कांग्रेस में उन्हें भी आरजेडी के रघुवंश प्रसाद सिंह की तरह लिया जाना चाहिये, जिस पर किसी का भी कंट्रोल नहीं. शायद, लालू प्रसाद और खुद उनका भी नहीं, लेकिन कोई इस बात से भी इंकार नहीं करता कि वो आलाकमान के मन की बात नहीं कर रहे.
लगता है केजरीवाल ने सबसे पहले सर्जिकल स्ट्राइक की सियासी अहमियत समझी और अगर उन्हें ऐसा लगा कि ये चुनावी मुद्दा बनने जा रहा है तो वो बिलकुल सही सोच रहे हैं. मोदी सरकार के सर्जिकल स्ट्राइक का सरहद पार डिप्लोमेटिक असर हुआ है, तो मुल्क के अंदर सियासी सरगर्मी तेज हो चली है. ब्रांड मोदी एक बार फिर चुनावी बाजार में ट्रेंड करने लगा है. सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक हर जगह.