जाति पूछना राष्ट्रीय रोग है तो बगैर पूछे अपनी जाति बताना महारोग है. अभिनेता अनुपम खेर की जाति ज्यादा लोग नहीं जानते थे पर जैसे ही उन्होंने बीते दिनों यह कहा कि जिस दिन जम्मूकश्मीर से धारा 370 हट जाएगी उस दिन कश्मीर समस्या सुलझ जाएगी. इस बयान से कई लोगों को पता चला कि अनुपम एक प्रतिभाशाली अभिनेता ही नहीं, बल्कि कश्मीरी पंडित भी हैं जो कश्मीरी पंडितों की अलग टाउनशिप की हिमायत करते हैं. कश्मीर समस्या का इतना संक्षिप्त हल हर वह शख्स भी तुरंत बता देता है जो नहीं जानता कि दरअसल यह समस्या है क्या. इस वर्ग ने तो 370 को ही समस्या मान लिया है जो किसी न किसी रूप में पूरे देश में लागू है. अब उम्मीद की जानी चाहिए कि नरेंद्र मोदी इस बाबत पहल करेंगे क्योंकि सहिष्णुता के मुद्दे पर अनुपम खेर ने वक्त रहते उन की मदद की थी.
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