क्या आज आप गुजरात मौडल की बात करते हैं या सोचते भी हैं? क्या आप के आसपास कोई ऐसा है जिस ने गुजरात मौडल की प्रशंसा की हो या उसे देखा हो? क्या आप ने 56 इंच के सीने का कोई व्यक्ति देखा है? या फिर यह सब सिर्फ किस्सेकहानियों में ही पाया जाता है, हकीकत बिलकुल भी ऐसा नहीं है.
भारत जैसे देश, जो दुनिया का सब से बड़ा लोकतंत्र कहा जाता है और है भी, में क्या कोई सिर्फ झूठ का तुमार खड़ा कर देश की जनता को भ्रमित कर सकता है. ऐसी कई बातें आज देश के सामने यक्ष के सवाल बन कर खड़ी हैं. आने वाला समय इन का जवाब देगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदर्भ में कुछ तथ्य और सच आप के सामने हैं, आप स्वयं अवलोकन करिए और चिंतन कर के निर्णय कीजिए कि सच क्या है और झूठ क्या. क्योंकि, आने वाला समय चुनाव के मौसम का है. ऐसे में हमें एक सजग नागरिक बन कर अपनी भूमिका का निर्वाह करना है.
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आप को 2014 में लोकसभा चुनाव के पूर्व देश की जनता ने जो स्नेह, सम्मान, प्रेम दिया वह अपनेआप में अभूतपूर्व था. मगर प्रधानमंत्री बनने के बाद आप ने देश को क्या दिया? आप अच्छेअच्छे कपड़े पहनते हैं, दुनियाभर की यात्रा कर रहे हैं और लोग मोदीमोदी कर रहे हैं. इस से भला देश का क्या भला होगा? आप जहां भी जाते हैं वहां के नेताओं, राष्ट्राध्यक्ष को गले से लगा लेते हैं मगर देश की जनता, किसी गरीब आदमी को गले लगाते आप को तो आज तक किसी ने नहीं देखा. जबकि, कांग्रेस के नेता राहुल गांधी लंबे समय से देश की जनता से मिलते देखे जा रहे हैं. देशवासियों से वे बातें करते हैं, उन के आंसू पोंछने का प्रयास करते हैं. मोदी जी, आप ऐसा क्यों नहीं कर सकते, क्या यह आप की फितरत में नहीं है.
आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
डिजिटल

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
- देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
- 7000 से ज्यादा कहानियां
- समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
- देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
- 7000 से ज्यादा कहानियां
- समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
- 24 प्रिंट मैगजीन