सेना को कमजोर करना सरकार की सब से बड़ी भूल होगी. अग्निपथ योजना किसी भी कोण से यह आश्वस्त नहीं करती कि इस से सेना युवा और तेज होगी. उलटे यह हर साल रिटायर हो रहे तीनचौथाई ट्रेंड सैनिक देश की गरीबी, बेरोजगारी और युवा सपनों पर पानी फेरेगी.

कुछ दिनों पहले बागपत के बड़ौत शहर में जूते के थोक व्यापारी ने फेसबुक लाइव पर कैमरे के सामने जहर खा कर सुसाइड करने की कोशिश की. व्यापारी को जहर खाता देख उन की पत्नी ने जहर की पुडि़या छीनने को कोशिश की, लेकिन तब तक व्यापारी ने लोगों से वीडियो को वायरल करने की अपील करते हुए पानी के साथ जहर निगल लिया. इस के बाद उन की पत्नी ने भी बचा हुआ जहर खा लिया. व्यापारी ने वीडियो में कहा कि सरकार छोटे दुकानदारों और किसानों की हितैषी नहीं है.

उत्तराखंड का 24 वर्षीय सोनू बिष्ट एक साल से बेरोजगार था. उस के पिता नहीं थे और मां गंभीर रूप से बीमार थी. कुछ समय उस ने सीटीआर निदेशक के कार्यालय में कंप्यूटर औपरेटर का कार्य किया, बाद में उसे हटा दिया गया. वह

4 बार सेना में भरती के लिए गया पर भरती न हो पाया. पिछले साल जिम कार्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी रेंज जंगल में उस का शव पेड़ से लटका मिला. दुनिया छोड़ने से पहले उस ने अपने सारे शैक्षिक प्रमाणपत्रों को भी जला दिया था.

सेना में भरती की आस लिए

24 वर्षीय सुरेश भींचर 29 मार्च की रात 9 बजे सीकर, राजस्थान के जिला स्टेडियम से हाथों में तिरंगा उठाए दौड़ता हुआ निकला. 50 घंटे की दौड़ और

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