पहनावा व्यक्ति के जीवन का अहम हिस्सा है. यह शरीर को मौसम की विभिन्न प्रतिकूल परिस्थितियों से बचाता है. मौसम से शरीर को सुरक्षा प्रदान करने के लिए कभी सूती तो कभी ऊनी वस्त्र पहनने पड़ते हैं. थर्मल वियर भी इसी कड़ी में एक प्रकार का वस्त्र है, जो सर्दी के मौसम में शरीर को गरमी प्रदान करता है और किसी भी प्रकार की एक्टिविटी को आसानी से कर पाने में सक्षम बनाता है, क्योंकि इस का टैक्सचर हलका होने के साथसाथ आरामदायक व शरीर को गरमी देने वाला होता है.

नया ट्रैंड

पिनाकल ब्रैंड की फैशन डिजाइनर श्रुति संचेती कहती हैं कि कोविड के बाद से लोगों में हैल्थ को ले कर जागरूकता बढ़ी है. पहले लोग काम अधिक करते थे, इसलिए उन का स्वास्थ्य ठीक रहता था. लेकिन अब उन के सारे काम तकनीक और मशीन की सहायता से होते हैं, इसलिए उन की मेहनत कम हो गई है. सो, फिटनैस के लिए वे साइक्ंिलग, वाक आदि करने लगे हैं. ऐसे में वैसे ही कपड़े जो आरामदायक होने के साथसाथ फिट भी हों, उन्हें अधिक पसंद करने लगे हैं.

लौकडाउन के दौरान एक नया कल्चर भी सामने आया. लोग कैजुअल रहना पसंद करने लगे हैं. अब यह एक नया ट्रैंड बन गया है. इस में पहले एथ्लेजर आया, जिस का अर्थ थोड़ा कम्फर्ट और थोड़ा लेजर का होना है. इसे कैजुअल भी कहा जा सकता है. इस का कौन्सैप्ट ऐक्टिव रहना है, किसी प्रकार का कोई रेस्ट्रिक्शन किसी काम में न होना है.

आधुनिक तकनीक

हिमाचल, कश्मीर आदि के लोग अधिकतर शौल, स्वेटर, फिरन पहनते हैं. विदेश में थर्मल वियर अधिक प्रचलन में हैं. वहीं से यह इंडिया में आया है. इस का क्रेज आज हमारे देश में भी है. कई बड़ेबड़े ब्रैंड्स यहां आ चुके हैं. ये कपड़े नौर्मल लाइफ देते हैं और किसी काम में रेस्ट्रिक्ट नहीं करते. जापान की एक कंपनी नासा की हिटन टैक्नोलौजी से कपड़े बनाती है. ये कपड़े तापमान के अनुसार शरीर को प्रोटैक्ट करते हैं.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...