अपने आत्मसम्मान को कायम रखना और इस बात पर नजर रखना कि कोई भी आप के आत्मसम्मान को ठेस न पहुंचाए, पूर्णत: आप की व्यक्तिगत जिम्मेदारी है. इसे बनाए रखने के लिए आप को सदैव सतर्क व प्रयासरत रहना जरूरी है. कुछ बातों को ध्यान में रख कर आप अपने आत्मसम्मान को बरकरार रख सकते हैं, जो इस प्रकार हैं :
– खुद का सम्मान करें, अपनी काबिलीयत को सराहें. जब आप खुद को सम्मान, सराहना के काबिल समझेंगे तब आप को आत्मगौरव की अनुभूति होगी.
– अपनी अवहेलना, अपमान और उपहास किसी भी कीमत पर बरदाश्त न करें. भले ही अपमान या हंसी उड़ाने वाला आप का दोस्त ही क्यों न हो, आप उस का विरोध करें. अगर उसे आप की कद्र होगी तो निश्चित रूप से वह अपनी गलती मानेगा और आगे से कभी आप के आत्मसम्मान को ठेस नहीं पहुंचाएगा.
– अपना सम्मान अपने हाथ में ही होता है, इस बात का ध्यान रखें. जैसे आप का ग्रुप हर हफ्ते पार्टी करता है जिस में आप हमेशा शिरकत करते हैं तो यह मान कर चलिए कि हमेशा खाते ही नहीं रहना बल्कि एक पार्टी आप को भी देनी होगी वरना आप मुफ्तखोर का खिताब पाएंगे और आप का खूब मजाक भी बनेगा.
– यदि आप कालेज में हैं और हमेशा दोस्तों से प्रोजैक्ट में मदद व नोट्स कौपी करते रहते हैं तो यह ठीक नहीं बल्कि आप आगे बढ़ कर किसी प्रोजैक्ट को खुद पूरा करें व अपने नोट्स व बुक्स जैसे दूसरों के लेते हैं वैसे ही अपने भी दें तभी आप को सम्मान मिलेगा.
– कालेज के सहपाठी हों या औफिस के सहकर्मी, हर वक्त सब की सहानुभूति पाने की कोशिश न करें. क्योंकि हर वक्त सहानुभूति वाला फंडा नहीं चलता. इस चक्कर में लोग आप से कटने लगेंगे.
– अपनी जिंदगी में आप जो भी पाना चाहती हैं, समाज में अपना जो स्थान बनाना चाहती हैं वह खुद के दम पर हासिल करें. अमीर दोस्तों, उच्च पदस्थ रिश्तेदारों के पैसे, रुतबे, संपर्कों के सहारे आगे बढ़ने की आदत देरसवेर आप के सम्मान को चोटिल कर सकती है.
– सहेलियों के साथ शौपिंग वगैरा का प्रोग्राम बनता है तो आप बराबरी से खर्च करने को तैयार रहें. अगर आप औरों जितना पैसा खर्च नहीं कर सकतीं तो बेहतर होगा कि आप ऐसे ग्रुप से खुद को अलग कर लें.
– आज के दौर में लुक्स बहुत महत्त्व रखता है, अगर आप तेल लगे बालों, गंदे कपड़ों और नीरस शक्ल ले कर घर से बाहर निकलेंगी तो आप का मजाक बनेगा ही. बेहतर होगा अपनी पर्सनैलिटी ग्रूम करें, ड्रैसिंग सैंस विकसित करें. अगर आप के घर वाले मौडर्न ड्रैसेज पहनने की इजाजत नहीं देते तो कोई बात नहीं. आप सलवारसूट या चूड़ीदार सूट में भी आकर्षक लग सकती हैं, बस ध्यान यह रखना है कि उस की फिटिंग, कट्स आधुनिक हों, रंग आप पर फबने वाले हों व कपड़े साफ व प्रैस किए हों. बालों का स्टाइल भी ऐसा रखें जिस में चेहरा आकर्षक लगे. इस तरह जब आप की पर्सनैलिटी निखरेगी तो अपनेआप ही आत्मविश्वास बढ़ेगा.
– जराजरा सी बात पर परेशान हो कर कभी पड़ोसी तो कभी रिश्तेदार के पास मदद मांगने पहुंचने से आप अपना सम्मान स्वयं गंवा देंगी. अपनी समझ, क्षमता, पढ़ाईलिखाई पर भरोसा रखें और अपनी समस्याएं खुद सुलझाने की कोशिश करें. जब आप इस में सफल होंगी तो स्वयं पर विश्वास बढ़ेगा. आत्मसम्मान बचाए रखना है तो मदद मांगिए नहीं बल्कि इस काबिल बनिए कि आप दूसरों के काम आ सकें, उन की समस्या सुलझा सकें.
– आप जो भी काम कर रहे हैं, नौकरी या व्यवसाय, उस में अपनी अर्निंग क्षमता बढ़ाने की ईमानदार कोशिश करते रहें. जैसेजैसे आप की कमाई बढ़ेगी, घर और बाहर दोनों जगह आप का मान बढ़ेगा. इस से आप का व्यक्तित्व इतना प्रभावशाली बन जाएगा कि आप का अपमान करने से पहले दोस्त, सहकर्मी कई बार सोचेंगे.
– जिस कार्यक्षेत्र में आप हैं उस से संबंधित नई तकनीक, विकास आदि के बारे में आप को जानकारी होनी जरूरी है. अपनी नौलेज भी वक्तवक्त पर अपडेट करें और इस के लिए आप इंटरनैट का सहारा लीजिए. हो सके तो अपने विषय से संबंधित सैमिनार, वर्कशौप भी आप अवश्य अटैंड करें. नौलेज अपडेट रहने से आप की पर्सनैलिटी में अलग ही ग्रेस आएगा.
– युवतियां शौपिंग करने जाएं और मोलभाव न करें, ऐसा संभव नहीं. लेकिन अगर दुकान पर फिक्स्ड रेट लिखा है और दुकानदार भी एक बार विनम्रता से आप को कह चुका है कि रेट कम नहीं होंगे तो आप चंद रुपयों के लिए उस का सिर न खाएं वरना चिढ़ कर वह आप को कुछ उलटासीधा कह देगा या बाहर का रास्ता दिखा देगा, जिस से आप सरेआम अपमानित होंगी.
– शानदार पार्टी अटैंड करनी है और उस के लायक कपड़े या फुटवियर आप के पास नहीं हैं तो इस का यह मतलब नहीं कि किसी दोस्त, पड़ोसिन या भाभी से उन की लेटैस्ट ड्रैस, ज्वैलरी या अन्य ऐक्सैसरीज मांग कर आप पार्टी में अपना इंप्रैशन जमाएं. किसी से कुछ मांगना और खुद को अमीर दिखाना बेहद नकारात्मक मानसिकता का प्रतीक है और अपने आत्मसम्मान को स्वयं कुचलने जैसा भी है.
– अपनी पारिवारिक समस्याएं, कभी सार्वजनिक न करें, उन्हें स्वयं सुलझाएं वरना आप अपने साथसाथ परिवार का मानसम्मान भी गंवा बैठेंगे.
– अपनी कमियों, कमजोरियों और अतीत में की गई गलतियों का जिक्र किसी से न करें.