रेमिका को खुश रखने की युवा हर संभव कोशिश करते हैं, लेकिन जब सैक्स संबंधी समस्या हो तो उसे भी दूर करना होगा. डा. चंद्रकिशोर कुंदरा के मुताबिक, ‘‘युवा प्रेमियों को लगता है कि सैक्स का अधूरा ज्ञान उन्हें मंझधार में ले जा सकता है. सैक्स संबंधों के दौरान सैक्स क्षमता का बहुत महत्त्व है. सहवास करने की क्षमता ही व्यक्ति को पूर्ण पुरुष के रूप में स्थापित करती है.’’
डा. कुंदरा के मुताबिक सैक्स की क्रिया को 4 भागों में बांटा जा सकता है : (1) सैक्स इच्छा (2) स्खलनकाल (3) संतुष्टि (4) शारीरिक उत्तेजना में कमी.
कई ऐसे कारण हैं जिन पर हम खुल कर चर्चा नहीं करते न ही उन्हें दूर करने का उपाय खोजते हैं. नतीजतन, सैक्स लाइफ का मजा काफूर हो जाता है. ऐसी कई समस्याएं हैं जिन्हें दूर कर हम वैवाहिक जिंदगी जी सकते हैं.
झिझक
सहवास की पूर्ण जानकारी न होना, सैक्स के बारे में झिझक, संबंध बनाने से पहले ही घबराना, यौन दुर्बलता से सैक्स इच्छा की कमी, मानसिकरूप से खुद को सैक्स के प्रति तैयार न कर पाना, शीघ्रपतन, स्वप्नदोष, मोबाइल सैक्स आदि समस्याओं से युवावर्ग पीडि़त है. सैक्स में मंझधार में न रहें, समस्याओं को समझें व इन्हें दूर करें और सैक्स का भरपूर आनंद उठाएं.
सैक्स इच्छा में मानसिक कारणों को दूर करें
आज की भागदौड़भरी जिंदगी में धनपदयश पाने की उलझन में फंसे युवा एक खास मुकाम तक पहुंचने के चक्कर में सहवास के बारे में अंत में सोचते हैं. वे इस तनाव से ऐसे ग्रस्त हो गए हैं कि उन का वैवाहिक जीवन इस से प्रभावित हुआ है.