प्रेम में पड़ना जितना आसान है, शादी के अंजाम तक पहुंचना उतना ही मुश्किल. प्यार में एक लंबा वक्त गुजरने के बाद, जब बात शादी की आती है तब यह डर सताने लगता है कि अगर मातापिता इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं हुए तो? ऐसी बातें दिल को हिला कर रख देती हैं.

वैसे तो अब लवमैरिज को ले कर लोगों की सोच काफी हद तक बदल चुकी है और इस का सबसे बड़ा कारण पश्चिमी सभ्यता और शिक्षा का प्रभाव है और कुछ हद तक टीवी इंटरनेट का योगदान भी है लेकिन फिर भी अपनी पसंद का जीवनसाथी चुनना और उस से ही विवाह करना आसान नहीं होता, क्योंकि हर मातापिता चाहते हैं कि शादी जैसे महत्त्वपूर्ण फैसले वे खुद लें.

अधिकतर मातापिता चाहते हैं कि वे अपने बच्चों की शादी अच्छी तरह जांचपरख कर खुद ही तय करें. ऐसे में मातापिता को लवमैरिज के लिए मनाना आसान नहीं होता है. प्रेमी जोड़े के लिए मातापिता को शादी के लिए मनाना किसी टफटास्क से कम नहीं होता. इसलिए अपने पार्टनर को अपने पेरैंट्स से मिलवाने और अपनी शादी की बात करने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी है. परिवार वालों को मनाने के लिए इन टिप्स पर अमल करें तो राह आसान हो जाएगी :

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  • परिवार में जो आप के सब से करीबी हों, उन्हें इस बारे में बताएं. जैसे, कई लोग अपने भाई या बहन से बहुत क्लोज होते हैं, तो कुछ अपनी भाभी को अपना राजदार बनाते हैं. अगर आप के साथ भी ऐसा है, तो पहले अपने उस फैमिली मैंबर से रायमशवरा करें ताकि वह आप के पेरैंट्स को राजी करने में आप की मदद करे.
  • अगर आप शादी करने का पूरा मन बना चुके हैं, तो समयसमय पर अपने पेरैंट्स के सामने ऐसी कुछकुछ बातें करते रहें ताकि उन्हें आप के मन की बात पता चलती रहे.
  • पार्टनर को अपने पेरैंट्स से पहले एक अच्छे दोस्त की तरह मिलवाएं ताकि वह आप के घर वालों के साथ थोड़ा घुलमिल जाए. ऐसा करते रहें. इस बात का ध्यान जरूर रखें कि इस दौरान आप हर जरूरी बात को पार्टनर और घर वालों के साथ शेयर करें ताकि उन के बीच बौंडिंग मजबूती से बनी रहे.-
  • जब भी मौका मिले, बातोंबातों में अपने उस अच्छे दोस्त की बातें मातापिता से करते रहें.
  • धैर्य बनाए रखना बहुत जरूरी है. हो सकता है कि आप के पेरैंट्स आप की बात समझ कर भी उसे नजरअंदाज कर दें. ऐसे में हर संभव कोशिश कर उन्हें अपनी बात समझाने का प्रयास करते रहें.
  • अपने पेरैंट्स को कभी ऐसे लोगों से न मिलवाएं जो लवमैरिज के खिलाफ हों. ऐसे लोग आप की प्लानिंग पर पानी फेर सकते हैं और मामला सुलझने के बजाय, उलझ सकता है.
  • ऐसे लोगों की तलाश करें जो लवमैरिज के पक्ष में हों. हो सकता है आप के पेरैंट्स उन की बातों को समझें, क्योंकि कभीकभी अपनों से ज्यादा दूसरों की बातें लोगों को ज्यादा अच्छे से समझ में आती हैं.
  • अब जब आप अपने पार्टनर के बारे में घर पर सब को बता ही चुके हैं, तो घर वालों को अपने पार्टनर की अच्छी बातों के बारे में बताएं. क्योंकि रंगरूप और जातपांत ने आज भी घरों में और लोगों के दिलों में अपनी जड़ें जमा रखी हैं. यह भी सच है कि हर मातापिता के लिए अपने बच्चों की शादी एक भावनात्मक फैसला होता है, इसलिए अपने मातापिता की भावनाओं का खयाल रखना भी आप की जिम्मेदारी है.
  • अपने पेरैंट्स पर शादी का दबाव न बनाएं. इस से मामला और बिगड़ सकता है. उन्हें भी थोड़ा वक्त दें सोचनेसमझने का. ताकि वे आप की बातों को समझ सकें.
  • जब भी घर में लवमैरिज को ले कर बहस होने लगे, तब कुछ सच्ची और सफल शादियों के उदाहरण पेश करना न भूलें.

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