आप ने कई लोगों के मुंह से सुना होगा कि ये बाल धूप में ऐसे ही सफेद नहीं हुए हैं. दरअसल, यह कह कर वे अपने तजरबे की अहमियत समझा रहे होते हैं. लेकिन आजकल कोई नहीं चाहता कि उस के बाल सफेद हों और लोग उसे बूढ़ा समझें, इसलिए बालों में डाई लगा कर जवान दिखना अब मजबूरी कम और फैशन ज्यादा है.
धूल, प्रदूषण, अनियमित खानपान, कौस्टमैटिक चीजों का इस्तेमाल वगैरह वजहों से कम उम्र में ही लोगों के बाल सफेद हो रहे हैं. दरअसल, बालों में मैलानिन नाम का पिगमैंट पाया जाता है. यह उम्र के साथ बनना कम हो जाता है और बाल सफेद होने लग जाते हैं. कई लोगों में मैलानिन का बनना कम उम्र में ही तकरीबन रुक सा जाता है. ऐसे हालात में बाल सफेद होना शुरू हो जाते हैं.
इसे देखते हुए बाजार में अलगअलग कंपनियों ने कई तरह के ब्रांड के हेयर डाई व कलर्स उतारे हैं. हालांकि कुछ लोग सैलून जा कर बालों को डाई कराते हैं लेकिन आप चाहें तो यह काम घर पर भी कर सकते हैं. यह समय और पैसा दोनों बचाता है. कुछ खास बातों को ध्यान में रख कर आप अपने बालों को पार्लर में डाई किए गए बालों जैसा लुक दे सकते हैं.
आमतौर पर हेयर डाई या हेयर कलर 3 तरह के होते हैं, जैसे टैंपरेरी कलर, सैमीपरमानैंट डाई और परमानैंट डाई.
टैंपररी कलर जहां सिर्फ एक शैंपू तक ही टिकते हैं वहीं सैमीपरमानैंट 5 से 6 हफ्ते और परमानैंट डाई का असर लंबे समय तक बरकरार रहता है.