टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा राजनीति का सब से मुखर चेहरा थीं. लोकसभा में उन की बुलंद आवाज केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेने से घबराती नहीं थी. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के बाद वे सब से मशहूर महिला नेता थीं.

अचानक महुआ मोइत्रा के कैरियर का ग्राफ विवादों में घिर गया. विवाद भी उस ने किया जो उन का सबसे अधिक करीबी था. जय अंनत देहाद्राई की गिनती महुआ मोइत्रा के करीबियों में होती थी. पेशे से वकील जय अंनत देहाद्राई ने ही शुरुआती शिकायत की. इस के बाद दर्शन हीरानंदानी ने बात को आगे बढ़ाया. इन विवादों में महुआ मोइत्रा का कैरियर बरबाद हो गया.

भाजपा की सांसद हैं संघमित्रा मौर्य. उत्तर प्रदेश की बंदायू लोकसभा सीट से वे चुनाव जीत कर सांसद बनीं. संघमित्रा मौर्य और नवल किशोर शाक्य मैडिकल की साथसाथ पढ़ाई करते थे. 2010 में दोनों ही शादी हुई. 2021 में दोनों का तलाक हुआ. इस बीच संघमित्रा की जिंदगी में दीपक कुमार स्वर्णकार नामक युवक आया. 2019 में दोनों ने शादी कर ली. संघमित्रा ने जब 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा तो हलफनामे में खुद को अविवाहित बताया जबकि पहले पति से तलाक 2021 में हुआ.

दीपक के साथ भी झगडा हो गया. दीपक ने मामला कोर्ट के सामने उठाया. अब मुकदमा चल रहा है. 2024 के लोकसभा चुनाव के समय मसला तेजी से उभरा. ऐसे में भाजपा को इस तरह के विवाद से दूर रहने में भलाई लगी. पार्टी ने संघमित्रा को टिकट देने से मना कर दिया. निजी जिदंगी के विवाद ने संघमित्रा के राजनीतिक कैरियर में रोड़ा अटका दिया.

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