रिलेशनशिप में हम अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए शब्दों का उपयोग अधिक करते हैं. लेकिन शब्दों पर क्या पूरी तरह से भरोसा किया जा सकता है. हालांकि हमारा शरीर झूठ नहीं बोलता. जब हम किसी के सामने होते हैं तो हम कुछ बॉडी लैंगवेज का इस्तेमाल करते हैं.
बॉडी लैंगवेज किसी भी इंसान के वास्तविक इरादों को दर्शाती है. बहुत बार शब्दों से आकर्षित होकर आप समझ बैठते हैं कि जिस रिश्ते में आप है उसकी नींव प्यार है लेकिन कुछ समय बाद आपको पता चलता है कि उसमें प्यार नहीं केवल शारीरिक आकर्षण है. हालांकि आप अपने रिश्ते को परख कर फर्क जान सकती हैं कि ये प्यार हैं या केवल शारीरिक आकर्षण.
क्या आपका पार्टनर केवल शारीरिक सम्बंधो को महत्व देता है
एक स्वस्थ रिश्ते में शारीरिक सम्बंधो का होना जरुरी है. अगर आप में से कोई एक केवल और केवल सेक्स के बारे में ही सोचता है और शारीरिक सम्बंधो को ही महत्व देता हो तो आपको वास्तव में सोचने की ज़रूरत है कि क्या ये प्यार है. प्यार का अर्थ होता है विश्वास, प्रतिबद्धता और संचार लेकिन यदि आपका साथी हर वक्त ये सोचता हैं कि ‘हम अभी क्यों सेक्स नहीं कर रहे हैं?’ तो आपको एक कदम पीछे ले लेना चाहिए और उस रिश्ते को आगे बढ़ाने से पहले एक बार फिर सोचें. किसी भी रिश्ते में कमिटमेंट तभी करें जब यह केवल प्रेम के आधार पर बना हो.
अगर आपके रिश्ते में प्यार फीका पड़ने लगे
हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि जब आप किसी प्रेम सम्बंध में हैं तो उससे प्यार कभी फीका नहीं होता और अगर ये सिर्फ शारीरिक आकर्षण है तो आप एक-दूसरे से बहुत जल्दी ऊब जाते हैं. अगर आपके रिश्ते में फिजिकल इंटिमेसी की बजाय इमोशनल इंटिमेसी ज्यादा है तो आपके रिश्ते का आधार वास्तव में प्यार है. लेकिन अगर कुछ समय बाद आपके रिश्ते में प्यार फीका हो जाएं तो समझ लें कि ये रिश्ता केवल शारीरिक आकर्षण के लिए बनाया गया था.
आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
डिजिटल

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
- देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
- 7000 से ज्यादा कहानियां
- समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
- देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
- 7000 से ज्यादा कहानियां
- समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
- 24 प्रिंट मैगजीन