उस शाम मौल में अंकिता को देखकर तो मैं उसे पहचान ही नहीं पायी. अभी तीन साल पहले की बात है, जयपुर में एक फैशन शो के दौरान अंकिता को रैम्प पर देखा था. कितनी सुन्दर और ग्लैमरस दिख रही थी वेस्टर्न ड्रेस में. चांद सा चमकदार और चिकना चेहरा स्टेज पर क्या कांति बिखेर रहा था. और आज ऐसी निस्तेजता फैली थी उसके चेहरे पर. गाल और माथे पर काले-काले निशान, मवादभरे मोटे-मोटे पिंपल्स से सारा चेहरा खराब हो गया था. उसको देखकर किसी का भी मन घिन्न से भर उठे. वह खुद माथे पर दुपट्टा डाले खरीदारी कर रही थी. दुपट्टे ने उसका ज्यादातर चेहरा छिपा रखा था. बातचीत में पता चला कि एकाध पिंपल्स निकले तो उसने उन्हें फोड़ दिया, फिर किसी से पूछे बगैर ही बाजार से कोई क्रीम खरीद कर लगा ली, फिर क्या था पूरा चेहरा ही पिंपल्स से भर गया. कई डॉक्टर्स को दिखाया पर ये पिंपल्स ठीक होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. आजकल वह किसी होमियोपैथिक डॉक्टर से ट्रीटमेंट ले रही है.

जवानी की दहलीज पर कदम रखते ही जो चीज युवाओं को सबसे ज्यादा परेशान करती है वह है चांद से जवां चेहरे पर उग आने वाले गंदे पिंपल्स. युवावस्था में पिंपल्स से हर कोई परेशान होता है. किसी किसी को कम तो किसी को बहुत ज्यादा परेशान करते हैं ये पिंपल्स. मौसम में बदलाव और स्किन केयर प्रोडक्ट्स को बिना जांचे-परखे यूज करने का नतीजा है पिंपल्स. स्किन टाइप कोई भी हो, जवानी की ओर कदम बढ़ाते किशोरों को पिंपल्स की समस्या तो झेलनी ही पड़ती है. पिंपल्स लगभग सभी को होते हैं. कुछ लोगों के चेहरे धीरे-धीरे साफ हो जाते हैं, मगर अधिकतर लोगों के चेहरों पर यह पिंपल्स दाग छोड़ जाते हैं. लड़के और लड़कियों दोनों के चेहरों पर निकलने वाले पिंपल्स के बारे में यह जानना जरूरी है कि वह किस टाइप के हैं क्योंकि हर किसी को अलग-अलग तरह के पिंपल्स होते हैं, जिनका ट्रीटमेंट भी अलग-अलग होता है. पिंपल्स को फोड़ने या बिना डौक्टर की सलाह के कोई भी क्रीम यूज कर लेने से यह चेहरे को बदरंग कर देते हैं. आइये जानें कि पिंपल्स कितने प्रकार के होते हैं -

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...