बरसात के मौसम में पौधों की हरियाली जितनी सुहाती है, ठंड में उनकी चिंता भी उतनी ही सताती है. ऐसे में अगर आप इस मौसम में पौधों की हरियाली पर ध्यान नहीं देंगी तो इस मौसम में सर्द हवाएं पौधों की नमीं को जड़ों तक नुकसान करती है. आइए बताते है, ठंड के मौसम में पौधों के लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए.

ठंड का मतलब यह कतई नहीं है कि आप पौधों में पानी देना छोड़ दें. सर्द रात में पौधों को थोड़ी ओस मिलती है लेकिन सर्द हवाएं पौधों की नमीं तेजी से छीन लेती हैं. ऐसे में उनमें पानी डालने में मौसम के नाम पर कमी न करें.

पौधों में कितना पानी दें, इसका कोई नियम नहीं है क्योंकि हर पौधे की पानी की जरूरत अलग है और उसकी सिंचाई जरूरत को ध्यान में रखकर ही होनी चाहिए.

घर में अगर बगीचा बनाया है तो घास और झाड़ियों की मिट्टी को भरपूर नमी मिले यह ध्यान देना जरूरी है. इसके लिए सामान्यतः आदर्श नियम है कि एक अंगूठे यानी छह से आठ इंच तक पानी से मिट्टी पर पानी डालें. इसके साथ ही सर्दी के मौसम में पौधों को धूप अच्छी तरह मिले इसके लिए उनके पत्तों की छटाई जरूरी हो जाती है.

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