आप अपने घर को सजाते समय में अक्सर कुछ-न-कुछ बदलाव करती रहती हैं. पर अगर आप आर्थराइटिस की रोगी हैं तो आपके लिए घर सजाने का काम किसी झंझट से कम नही होता. गठिया की स्थिति में रोगी के लिए चलना, झुकना, भार उठाना, जोड़ों को बार-बार मोड़ना  बहुत मुश्किल होता है. ऐसे में किचन, स्टोररूम, बाथरूम आदि की सेटिंग अगर ध्यान में रखकर की जाए, तो घर के काम को सरल बनाया जा सकता है. बता दें, ऐसे में  आप घर के काम को कैसे आसान बना सकती हैं.

-  घर के हैंगर में कुछ खास वजन नहीं होता, लेकिन पुराने तार के भारी हैंगर को पकड़ना और उन पर कपड़े सुखाना रोगी के लिए मुश्किल हो जाता है, क्योंकि तार के हैंगर पर कपड़े आसानी से टिकते नहीं और ग्रिप बनाने के लिए जोड़ों पर दबाव डालना पड़ता है.

-  गठिया के दर्द में रोगी के लिए जोड़ों पर दबाव डालना पीड़ादायी होता है. इसलिए जरूरत की जो भी दवाइयां हों, उन्हें एक ऐसे बौक्स में रखें, जो आसानी से खुल जाता हो.

-  घर में किए गए छोटे-छोटे बदलाव, रोगी के दर्द पर बड़ा असर डालते हैं. मसलन, घर में लगे दरवाजों की गोल लौक को बार-बार घुमाना रोगी के लिए मुश्किल होता है, क्योंकि इससे रोगी के हाथों के जोड़ों पर दबाव पड़ता है. ऐसे में आप घर में प्लास्टिक और लकड़ी के हैंगर रख सकती है, क्योंकि इन पर कपड़े आसानी से रुक जाते हैं.

-  आपके रोजमर्रा में काम आने वाली चीजें, जैसे कपड़े, जूते, एक्सेसरीज को अलमारी के ऊपर वाली शेल्फ में ही रखना चाहिए, ताकि बार-बार सामान निकालने के लिए झुकना न पड़े. थोड़ी-थोड़ी मात्रा में घर का सामान इस्तेमाल करें. जैसे किचन में एक किलो दाल के डिब्बे को रोज उठाने और रखने से अच्छा है कि आप हफ्ते भर की दाल एक छोटे से डिब्बे में निकाल लें. टाइट ढक्कन वाले जार यूज करने के बजाय पुश करने वाले डिब्बे प्रयोग में लाएं.

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