मेरी समस्या यह है कि मैं सांवली हूँ मुझ पर कुछ भी जंचता नहीं है मुझे गोरे होने का घरेलू उपाय बताइए, मैं बहुत मोटी हूँ मेरे साइज़ के कपडे मार्केट में बहुत कम मिलते  हैं, मैं क्या करुं जिससे मैं फिल्मी अभिनेत्रियों जैसी स्लिम ट्रिम और स्मार्ट दिखूं , मेरे बाल बहुत कर्ली हैं जिससे मैं कोई भी हेयर स्टाइल नहीं बना पाती ,मुझे सिल्की बालों का नुस्खा बताइए, मैं कैसा मेकअप करूं कि मेरी आँखें झील सी और बड़ी दिखें .

ऐसी समस्याओं से जूझती, अपने लुक्स को लेकर परेशान हर लड़की के आत्मविश्वास को बढाने  की एक बार फिर कोशिश की है अभिनेत्री राधिका आप्टे ने…. इस बार  राधिका आप्टे लड़कियों को खुद पर विश्वास रखने की सलाह देती नजर आ रही हैं. यूट्यूब के चैनल ब्लश पर रिलीज़ वीडियो ‘फाइंड योर ब्यूटीफुल’ वीडियो में राधिका जिस तरह लड़कियों से बात कर रही हैं, उसे देखकर और सुनकर हर लड़की  खुद को स्पेशल फील करने लगेगी.

दरअसल भारतीय  समाज में खूबसूरती और सभ्य भारतीय लड़की की परिभाषा ही कुछ ऐसी गढ़ी गयी है जिसमे गोरेपन, काली झील सी आँखों, लम्बे घने बालों, छरहरी काया को खूबसूरत और अधिक वजन वाली  लड़कियों को एक्स्ट्रा लार्ज कह कर उनका मजाक बनाया जाता है. राधिका का यह वीडियो लड़कियों से कह रहा है कि अपने नियम खुद बनाओ, आप दिखने में कैसी भी हो मोटी-पतली, लंबी-छोटी, काली-गोरी एक बात याद रखिए – 'आप खुबसूरत हैं' और 'अपनी जिंदगी के छोटे बड़े हिस्से किराए पर मत देना' क्योंकि. ये लाइफ तुम्हारी है. और सिर्फ तुम्हें इसे जीना है.

वे उन मोटी लड़कियों , जिन्हें हम एक्स्ट्रा लार्ज कहते हैं. उनसे कह रही हैं कि वे अपने वजन को कमी मानने की बजाय, अल्हड़ हो उछलें-कूदें. राधिका कह रही हैं कि वे जैसी हैं खूबसूरत हैं. वो कम हाईट की लड़कियों का हौसला बढ़ाते हुए कह  रही हैं कि गलती उनकी नहीं, लोगों की नजरों की है. वे इस विडियो के जरिये उम्र में बड़ी हो रही लड़कियों को तमाम ढ़कोसलों से बचने को कहती हैं. राधिका ऐसे हर एक स्टीरियोटाइप को तोड़ने की बातें करती हैं जो जाने अनजाने लाद दिए और स्वीकार कर लिए जाते हैं. आज की लड़कियों को अपने नियम खुद बनाने का मेसेज देता यह विडियो बार बार एक ही बात कह रहा है दिखने में आप भले ही कैसी भी हों, मोटी-पतली, लंबी-छोटी, लेकिन एक बात याद रखें कि 'आप खूबसूरत हैं. जो भी करें पूरे आत्मविश्वास  से करें.’

एक अध्ययन के मुताबिक तकरीबन 30 से 40 प्रतिशत महिलाएं अपने रंग- रूप से असंतुष्ट रहती हैं और हर 15 मिनट में अपने शरीर की कमी के बारे में सोचती हैं, वहीं 45 प्रतिशत इस वजह से तनाव व बेचैनी का शिकार हो जाती हैं. जबकि असलियत यह है असली खूबसूरती खुद से प्यार करना है, आप जैसी हैं, खुद को उस रूप में स्वीकारें. साढ़े पांच फिट से कम लंबाई वाले लोग खूबसूरत नहीं हो सकते या लार्ज साइज पहनने वाले खूबसूरत नहीं हो सकते, गोरापन ही खूबसूरती का पैमाना है. ये सारे पैमाने ही गलत हैं जो  समाज ने धीरे-धीरे हमारे दिमाग में डाल दिए हैं. अगर वजन ज्यादा है, रंग सांवला है बाल घुंघराले हैं तो इसके लिए खुद को दोष न दें, बल्कि आप जैसी हैं खुद को उसी रूप में प्यार करें और खुद खूबसूरत समझें. लगातार खुद को यह कहना कि मैं खूबसूरत हूं, आपके आत्मविश्वास को कई गुना बढ़ा देगा.

 

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