कहा जाता है कि गरमी आई, समस्या लाई. लेकिन इस गरमी अगर आप थोड़ी सी सावधानी बरते तो ये गरमी आपके लिए समस्याओ का पहाड़ खड़ा करने के बजाये, खुशियों की बरसात करेंगी. आप की थोड़ी सी लापरवाही आपके लिए भरी पड़ सकती है.गरमी का मौसम कुछ कामो के लिए बुरा तों कुछ कामो के लिए खास होता है. इस मौसम में क्या करे,क्या ना करे, कैसे रखे अपने-आप कों कूल-कूल, क्या खाए एवं कैसे रखे अपना ख्याल इन सब पर प्रस्तुत है, यह आलेख. ताकि आपके लिए यह गरमी यादगार बन जाये .
इन बातों का ध्यान रखे –
घर से बाहर निकलते समय, सीधे अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचें. सर पर कैप या कोई कपड़ा अवश्य रखें सीधी धूप से आपके बाल रूखे भूरे हो सकते है. आखों पर काला चश्मा अवश्य लगायें ताकि सीधी धूप आंखों को न लगे तथा पसीना आंखों में जाने से आंखों को नुकसान पहुंचाता है. घर से कभी खाली पेट बाहर न जायें . खाली पेट लू जल्दी लगती है या बाहर का खाया पिया तो इंफेक्शन जल्दी हो सकता है. गरमी के दिनों में ज्यादा से ज्यादा लिक्विड़़ पियें जैसे नींबू की मीठी ,नमकीन शिकंजी, फलों का रस या फिर अधिक पानी वाले फल जैसे खरबूजा,तरबूज,खीरा ,ककड़ी इत्यादि. मौसमी फलों का सेवन करें. उपर बताई गई तमाम बातों पर ध्यान देकर हम तमाम मौसमी बिमारियों(वायरल इंन्फक्शन) से बच सकते हैं.यही हील एण्ड हेल्थ का मकसद है.आपको तमाम स्वास्थ्य संबंधि किसी भी परेशानी में पडऩे से पहले बचाने की.
इनसे करे परहेज –
कैफिन युक्त चीजें और सॉफ्ट ड्रिंक्सकासेवनकमसेकमकरें.इनमेंप्रिजरवेटिव्स, रंगवशुगर कीभरपूर मात्राहोतीहै.येअम्लीयप्रकृति और डाइयूरेटिक होते हैं, जो शरीर से पानी मलमूत्र के रूप में निकालते हैं. सॉफ्ट ड्रिंक्समेंफॉस्फोरिकएसिडकीमात्राअधिकहोतीहै, जिसकाप्रभावपाचनतंत्रपर पड़ताहै.इससेशरीर मेंसेमिनरल्सकीमात्राभीकमहोजातीहै.एकसाथखानेकी बजाए बार-बार और थोड़े से अंतराल में कुछ खाते रहना चाहिए. तले हुए खाद्य पदार्थ जैसे बड़ा, पकौड़े, चिप्स, नमकीन, तेल व घी युक्त भोजन से बचें, क्योंकि इनमें थर्मल इफेक्ट होता है, जो गरमी उत्पन्न करता है. बहुत ठंडे पेय पदार्थ पीने से बचें. एकदम गरमी में ठंडा पीने से कुछ देर तो अच्छा लगता है, पर शरीर को ठंडक नहीं मिलती. इससे त्वचा की ब्लड वेसल्स पिचक जाती हैं जिससे शरीर से ताप कम निकल पाता है.बाजार में फलों के रस न पिएँ, क्योंकि प्रिजरवेटिव, कृत्रिम रंग और एसेंस डालकर बनाया जाता है जो नुकसानदायक होते हैं.
गर्मियों में क्या खाए :-
लाइट डाइट, पौष्टिक और बिना फैट की चीजें खाने पर जोर दें. ज्यादा गर्म, तेज मसाले और अत्यधिक नमक युक्त खाने का सेवन कम करें. शरीर में नमक ऑर्गेनिक के रूप में सम्मिलितहोताहै, जोफल, सब्जियोंसेप्राप्त होताहै.नमककाइनऑर्गेनिकफार्मपचकर शरीर से बाहर निकलता है.इस मौसम में पानी अच्छी मात्रा में पिएँ. पानी शरीर को ठंडा बनाए रखने में मददगार होता है. पानी पीने से शरीर की गरमी सही रूप से बाहर निकलती है. यह शरीर को हाइड्रेट भी करता है. रोजाना कम-से-कम 8-10 गिलास पानी पिएँ. चाहे आप शारीरिक गतिविधियाँ करें या न करें. हाँ, पर हर जगह का पानी पीने से बचें. इस मौसम में नींबू पानी, नारियल का पानी और छाछ का सेवन अच्छी मात्रा में करना चाहिए. ये न केवल शरीर को ठंडक पहुँचाते हैं, बल्कि जो पानी शरीर से पसीने के रूप में निकल जाता है उसकी आपूर्ति भी करते हैं. कटे हुए फल विशेषकर तरबूज, खरबूजा, सड़े हुए पुराने फल या इनके जूस का कतई सेवन न करें. ताजा फल ही खरीदें. कटे हुए फलों को उसी समय उपयोग में लाएँ. यहाँ तक कि फ्रिज में भी ज्यादा समय तक कटे हुए फलों को न रखें.गर्मियों में पुदीना बहुत लाभदायक है, पौष्टिक होने के साथ-साथ पुदीने में शरीर को ठंडा करने के गुण भी होते हैं. इसे छाछ, दही, रोटी में मिलाकर खाएँ. इस मौसम में ताजा फल और सब्जियाँ खूब खाएँ, कोशिश करें कि सलाद, फ्रूट चाट और जूस जरूर अपने खानपान में शामिल हों.
गरमी में आजमाए घरेलू नुश्खे –
फलों में ज्यादातर मौसमी फल ही खाने की कोशिश करें,जैसे तरबूज,खरबूजा, खीरा, ककड़ी, टमाटर . मौसमी फल नैचुरल वाटर(मिनिरल वाटर)से भरपूर होते हैं,जिनकी आपके शरीर को बहुत जरूरत होती है. धूप में अधिक समय तक रहने से हमारे शरीर का अधिकतर पानी पसीना बनकर उड़ जाता है और तेज धूप से त्वचा लाल होकर खुजली,चकत्ते,दाने इत्यादि भी हो सकते है. इसीलिए अदिक पानी का सेवन करे और हो सके तो पानी मे गुलोकोस डाल कर पिये. कम से कम दिन मे एक बार अवश्य ही नीबू का पानी पिए . ये नुश्खे आपके शरीर में पानी की कमी को दूर करते है. लू से बचने का एक तरीका और भी है, घर से बाहर निकलने से पहले या बाहर से आने के बाद कच्चे आम का पन्ना पी सकते हैं . कच्चे आम का पन्ना (शर्बत मीठा या नमकीन)भी ले सकते हैं.