आधुनिक परिवेश में उच्चवर्ग में ही नहीं, मध्यवर्ग के परिवारों में भी प्रतिदिन सलाद खाने की परंपरा बन गई है. कई स्त्रीपुरुषों को सलाद के बिना खाना हजम नहीं होता. हालांकि बच्चे सलाद खाने से आनाकानी करते हैं पर सलाद को चटपटे ढंग से बच्चों के सामने परोसने से वे उसे खुशीखुशी खा लेते हैं. डाक्टर भी सभी छोटेबड़ों को सलाद खाने का परामर्श देते हैं. मोटे स्त्रीपुरुषों के लिए सलाद बहुत लाभदायक बताया जाता है. सलाद खाने से न सिर्फ अनाज व घी, तेल से बने खाद्य पदार्थ कम मात्रा में खाए जाते हैं बल्कि घी, तेल के खाद्य पदार्थों से बच भी सकते हैं.

सलाद खाने से विटामिन और खनिज तत्त्व प्राकृतिक रूप में शरीर को मिलते हैं. विटामिन व खनिज तत्त्व सब्जियों में भी प्राकृतिक रूप में मौजूद रहते हैं लेकिन सब्जियों को आग पर पकाने के चलते उन के विटामिन व खनिज तत्त्व नष्ट हो जाते हैं. चुकंदर में 100 ग्राम में 0.8 ग्राम प्रतिशत खनिज तत्त्व होते हैं. इसे पकाने पर खनिज तत्त्व नष्ट हो जाते हैं. 100 ग्राम प्याज में 0.6 ग्राम प्रतिशत खनिज तत्त्व होते हैं. सलाद में प्याज खाने से पूरे खनिज तत्त्व शरीर को मिलते हैं, लेकिन पकाने से नष्ट हो जाते हैं.

सब्जियों को पकाने से कैल्शियम, फास्फोरस, फाइबर, विटामिन बी और सी सब नष्ट हो जाते हैं. अधिकांश घरों में मूली, टमाटर, ककड़ी, खीरा, प्याज और चुकंदर के साथ नीबू का रस डाल कर सलाद बनाया जाता है. सभी सब्जियां विटामिन और खनिज तत्त्वों से भरपूर होती हैं. सलाद के रूप में 100 ग्राम टमाटर खाने से 20 कैलोरी ऊर्जा मिलती है. टमाटर खाने से कैल्शियम भी पर्याप्त मात्रा में मिलता है. गर्भावस्था में टमाटर का सलाद खाने से स्त्रियों में आयरन की कमी पूरी होती है. टमाटर में पोटैशियम और मैग्नीशियम भी मिलते हैं.

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