अधिकतर महिलाओं के लिए पीरियड्स एक छोटी सी असुविधा होती है, लेकिन कुछ महिलाओं के लिए यह बड़ी समस्या बन जाती है. पीरियड्स का अंतराल 21 दिन से 35 दिन का हो सकता है. पीरियड्स की शुरुआत 11 से 14 वर्ष के बीच होती है. फीमेल सैक्स हारमोन ऐस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरौन पीरियड्स को नियंत्रित करते हैं. कुछ टिप्स अपना कर आप इन दिनों भी टैंशन फ्री रह सकती हैं:

बेटी को पहले से कैसे समझाएं

मासिकचक्र के साथ कई प्रकार की चिंताएं और डर होते हैं. कई बच्चियां घबरा जाती हैं कि यह उन के साथ क्या हो रहा है. मासिकचक्र शुरू होने से पहले ही आप को अपनी किशोर बेटी को मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से इस के लिए तैयार करना पड़ेगा. हालांकि आमतौर पर पीरियड्स 12 वर्ष की आयु में शुरू होते हैं, लेकिन कई लड़कियों में इस से बहुत पहले ही यह प्रक्रिया शुरू हो जाती है. मासिकचक्र शुरू होने से पहले शरीर में कई बदलाव होने शुरू हो जाते हैं. ये बदलाव शारीरिक ही नहीं होते, मनोवैज्ञानिक भी होते हैं. अपनी बेटी से 10 साल की उम्र के आसपास ही इस के बारे में चर्चा करें. उसे समझाएं कि यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिस से हर औरत को गुजरना पड़ता है. बचपन से किशोर उम्र में कदम रखने पर शरीर किन बदलावों से गुजरता है, यह भी उसे बताएं.

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कब करें डाक्टर से संपर्क

- आप के पीरियड्स अचानक 90 दिन से अधिक समय के लिए बंद हो जाएं और आप गर्भवत न हों.

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