खराब खानपान, शराब का सेवन, अनियमित दिनचर्या और भी ना जाने कितने कारक हैं जिनसे हमारा स्वास्थ्य नकारात्मक ढंग से प्रभावित होता है. इस तरह की चीजों से हमारे शरीर में विषाक्त पदार्थ पैदा होने लगते हैं. ये हमारे अंगों का काफी नुकसान करते हैं. लीवर का काम होता है शरीर में पैदा होने वाली गंदगी को साफ करना. अगर इन विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर नहीं किया जाए तो वो हमारे अंगों को बाधा पहुंचाते हैं. दवाइयों से बेहतर है कि आप इन तरीकों से प्राकृतिक तरीकों से शरीर के विषैले पदार्थ बाहर निकाल लें. इस खबर में हम आपको कुछ प्राकृतिक उपायों के बारे में बताएंगे जिनकी मदद से आप इन विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकाल सकेंगे.

अदरक

अदरक का एंटी इन्फ्लैमेटरी गुण खास होता है. यह मेटाबौलिज्म दुरुस्त करने में मदद करता है और हमारे टौक्सिन्स फ्लश करने के साथ लिवर के काम करने की क्षमता भी बढ़ाता है.

लहसुन

एंटीऔक्सिडेंट का प्रमुख स्रोत होता है लहसुन. यह एक प्राकृतिक डिटौक्सिफाइंग एजेंट है. आपको बता दें कि लहसुन में पाए जाने वाले एलिसिन में एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी औक्सिडेंट के गुण होते हैं.

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शहद, नींबू और गर्म पानी

शरीर से सारे टॉक्सिन्स को निकालने का सबसे बेहतर तरीका है कि आप सुबह-सुबह शहद और नींबू के साथ गर्म पानी पिएं. शरीर की एसिडिटी का संतुलन बनाने के लिए भी ये काफी कारगर है. इसके लिए एक ग्लास पानी में एक चम्मच शहद और नींबू निचोड़ लें. अच्छे से पानी में घोल लें. इसको नियमित तौर पर सेवन करना काफी असरदार होता है.

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