खुशहाल किसानों की जो तसवीर हमारे जेहन में उभरी हुई थी, वह अब धूमिल होती नजर आ रही है. किसानों के लिए एक तरफ कुआं तो दूसरी तरफ खाई वाली हालत हो गई है. गेहूं की फसल पक जाने के कारण किसान गेहूं फसल की कटाई में लगा है और कटा हुआ गेहूं खाली खेतों में ही पड़ा है. क्योंकि मंडी में अभी गेहूं नहीं पहुंचा है.

ऐसे में यह खबर आना किसानों को मुसीबत में डाल देगा कि आने वाले समय में मौसम फिर से करवट लेने वाला है. अगर किसान अपनी फसल का सही बंदोबस्त नहीं कर पाते हैं तो फसल चौपट हो सकती है.

मौसम विभाग की मानें तो जम्मूकश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है. इस वजह से उत्तर भारत के कुछ स्थानों पर गरज, चमक के साथ भारी बौछारें या ओले गिरने की संभावना है.

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अगर मौसम का मिजाज बिगड़ा तो किसानों की समस्‍याओं को और भी बढ़ा सकता है. उन के लिए एक तरफ कोरोना की मार है, तो वहीं दूसरी तरफ मौसम का भी आंखमिचौली का खेल चल रहा है.

समाचार एजेंसी पीटीआई ने मौसम विभाग के हवाले से कहा है कि हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में आंधी के साथसाथ बारिश भी हो सकती है. इस वजह से यहां यलो अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही, चेतावनी भी दी गई है कि बेहद खराब मौसम होने के कारण लोगों की जान को भी खतरा हो सकता है.

स्‍काइमेट वेदर एजेंसी के मुताबिक, जम्मूकश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आने वाले दिनों में बारिश होने के आसार हैं. इन राज्‍यों में कई जगहों पर हलकी से मध्यम बारिश होगी, जबकि कुछ स्थानों पर भारी बौछारें या ओले पड़ने की आशंका है.

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वहीं पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश या धूल भरी आंधी चलने की संभावना है. केरल, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ में भी कहींकहीं बारिश हो सकती है.

आने वाले दिनों में मौसम के करवट लेने से गरीब किसानों की तो मानो कमर ही टूट जाएगी. वे तो पहले ही तंगहाली में जी रहे थे और मौसम का कहर इन के लिए कहीं कयामत ही न ला दे.

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