खस्ता उत्तर भारत में शौक से खाया जाता है. आलू की सब्जी के साथ यह ज्यादा स्वादिष्ठ लगता है. सुबह के नाश्ते में यह बहुत पसंद किया जाता है. करीबकरीब हर शहर में दुकानों पर सुबहसुबह नाश्ते के लिए गरमागरम खस्ता तैयार किया जाता है. यह उड़द की दाल भर कर भी बनाया जाता है. आलू की सब्जी, मिर्च और चटनी के साथ इसे खाया जाता है. 2 से 4 खस्ते अच्छेखासे भोजन की तरह पेट को भर देते हैं. कई जगहों पर इसे जलेबी के साथ भी खाया जाता है. खस्ता और जलेबी का खाने में चोलीदामन वाला साथ होता है. शहरों की दुकानों से ले कर छोटे बाजारों तक में खस्ता खूब बिकता है. इस के कारोबार में भरपूर मुनाफा है. जरूरत है कि आप का खस्ता खाने वाले को पसंद आ जाए. इस तरह की दुकानें खोलने में लागत कम आती है, इस वजह से मुनाफा ज्यादा होता है. यह किसी सीजन का मुहताज नहीं, पूरे साल इस की बिक्री होती है.
सामग्री
मैदा 400 ग्राम, रिफाइंड तेल 100 ग्राम, धुली उड़द 70 ग्राम, हींग 1-2 चुटकी, जीरा चौथाई छोटा चम्मच, धनिया पाउडर 1 छोटा चम्मच, सौंफ पाउडर 1 छोटा चम्मच, गरममसाला आधा छोटा चम्मच, हरी मिर्च 2 बारीक कटी हुई, अदरक 1 टुकड़ा बारीक कटा हुआ, हरा धनिया 2 चम्मच बारीक कटा, नमक स्वादानुसार और तलने के लिए तेल.
बनाने की विधि
खस्ता बनाने के लिए सब से पहले दाल को 3-4 घंटे के लिए पानी में भिगो दें और दूसरी तरफ मैदे में रिफाइंड तेल और स्वादानुसार नमक डाल कर मिला लें और उसे पानी में नरम गूंध लें और फिर 20 मिनट के लिए ढक कर रख दें. भीगी हुई दाल को मिस्की में दरदरा पीस लें. कड़ाही में 2-3 टेबल स्पून तेल डाल कर गरम करें फिर उस में जीरा, हींग, धनिया पाउडर, सौंफ पाउडर, हरी मिर्च और अदरक डाल कर भून लें. फिर उस में पिसी हुई दाल मिला दें और चम्मच से धीरेधीरे चलाएं. जब वह भुन कर भूरे रंग की हो जाए तो उस में हरा धनिया और गरममसाला मिला कर 2 मिनट तक और भून लें. अब खस्तों में भरने के लिए दाल की पिट्ठी तैयार है.
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