धर्म के कठमुल्लों की एक बड़ी खासीयत है. एक कठमुल्ला धर्म के नाम पर बहुत खतरनाक काम करेगा और तभी दूसरा कहना शुरू करेगा कि धर्म तो ऐसा करने को कहता ही नहीं है. बाद में दूसरा भी ऐसा कोई काम करेगा और तीसरा उस की आलोचना कर के धर्म को पाक दामन बना देगा.

अफ्रीका के देश नाइजीरिया में बोको हरम के नेतृत्व में चल रहे कठमुल्ले इसलामिक बंदूकबाजों की संस्था और्गेनाइजेशन औफ इसलामिक कोऔपरेशन ने एक स्कूल से दिनदहाड़े 200 लड़कियों का अपहरण कर लिया और अब 2 माह से अधिक हो गए, फिर भी वहां की सरकार चुप सी बैठी है. जब इन लड़कियों के मातापिता ने हंगामा मचाया और दुनियाभर में मामला फैला और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा व लड़कियों की शिक्षा के हक के लिए काम कर रही विश्व की जानीमानी कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई ने इस का विरोध किया तो बोको हरम ने यह दिखाने के लिए कि लड़कियां जिंदा हैं, एक वीडियो जारी कर दिया पर धमकी भी दे डाली कि अगर नाइजीरियाई सरकार ने उन सभी आतंकवादियों को रिहा नहीं किया जो सरकार की जेलों में बंद हैं तो इन मासूम, निर्दोष लड़कियों को गुलामों की तरह बेच दिया जाएगा.

अफ्रीका में लड़कियों का बलात्कार किया जाना आम है और इन अपहृत लड़कियों को बेचे जाने से पहले लड़ाकू इसलामी दस्ते उन का बलात्कार नहीं करेंगे यह माना नहीं जा सकता.

दुनिया के सारे धर्म इस मामले में एक जैसे हैं. एक मुंह से तो वे प्यार, शांति, सहजता, सब की उन्नति की बातें करेंगे पर दूसरे हाथ से वे हर उस का गला घोंट देंगे जो उन के मनसूबे पूरे न करे. मानव इतिहास में निहत्थे निर्दोषों को पैसे के लिए इतना नहीं मारा गया होगा जितना धर्म के कारण. आज भी भारत समेत दुनिया का लगभग हर देश धर्म के आतंक से डरा हुआ है. यहां तक कि बौद्ध धर्म से प्रभावित चीन, जापान, कंबोडिया, वियतनाम ने भी मानवसंहार में कोताही नहीं की.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...