तेजतर्रार पत्रकार शुभममणि त्रिपाठी माफियाओं के कारनामे अखबार में उजागर करते रहते थे. जिस की वजह से वह भूमाफिया दिव्या अवस्थी की आंखों में खटकने लगे. निजात पाने के लिए दिव्या ने  अपने गुर्गों के साथ मिल कर ऐसा कदम उठाया कि...

उन्नाव शहर और कस्बा शुक्लागंज में यह खबर आग की तरह फैली कि सहजनी मोड़ पर चर्चित पत्रकार शुभममणि त्रिपाठी की बदमाशों ने हत्या कर दी है. चूंकि शुभममणि त्रिपाठी कानपुर शहर से प्रकाशित हिंदी दैनिक अखबार ‘कम्पू मेल’ के उन्नाव जिला प्रतिनिधि तथा भाजपा नेता राकेश दीक्षित के दामाद थे.

उन की हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई और लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े. देखतेदेखते सहजनी मोड़ पर लोगों की भीड़ जुट गई. प्रिंट और इलैक्ट्रौनिक मीडिया के लोग भी वहां आ पहुंचे. यह सनसनी खेज घटना 19 जून, 2020 की थी. चूंकि अपराधियों ने दिनदहाड़े युवा पत्रकार की हत्या कर कानून व्यवस्था को खुली चुनौती दी थी, इसलिए उन्नाव पुलिस में हड़कंप मच गया था. अत: हत्या की खबर पाते ही उन्नाव कोतवाल दिनेश चंद्र मिश्र, गंगाघाट कोतवाल सतीश कुमार गौतम, एसपी रोहन पी. कनय, एएसपी विनोद कुमार पांडेय तथा सीओ यादवेंद्र यादव घटनास्थल पर आ गए थे.

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पुलिस अधिकारियों ने मौके पर फोरैंसिक टीम को भी बुलवा लिया था. हत्या को ले कर जनता में रोष था. इसलिए सुरक्षा के नजरिए से अतिरिक्त फोर्स को भी बुलवा लिया गया था.

पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया. शुभममणि के सीने में 3 गोलियां दागी गई थीं. जिस से उन की मौके पर ही मौत हो गई थी. मृतक की उम्र 25-26 वर्ष के आसपास थी. वह जींस व शर्ट पहने थे. जामा तलाशी में उन के पास से एक पर्स बरामद हुआ जिस में एक प्रैस आईडी कार्ड, आधार कार्ड, कुछ कागजात और कुछ रुपए थे. उन्नाव कोतवाल दिनेश चंद्र मिश्र ने पर्स को सुरक्षित कर लिया. फोरैंसिक टीम ने भी जांच की और मौके से साक्ष्य जुटाए. टीम को मौके से 3 खाली कारतूस मिले.

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