सफर के दौरान अक्सर लड़कियों को छेड़खानी और यौन उत्पीड़न जैसे हालातों से दो-चार होना पड़ता है. सफर के दौरान लड़कियों को अकेला पाकर लोग उसका फायदा उठाने की कोशिश करते है.

इस लिक पर क्लिक कर आप भी देखिए लड़कियों से किस तरह होती है पब्लिक ट्रांसपोर्ट में छेड़खानी

http://www.sarita.in/web-exclusive/eve-teasing-with-girls-in-public-transport-watch-shocking-video

बुजुर्ग भी पीछे नहीं

उत्तर प्रदेश में वुमन पॉवर लाइन 1090 के आंकड़ों में इस बात का खुलासा हुआ है कि उम्रदराज लोग लड़कियों के साथ छेड़खानी करने में सबसे आगे हैं. आईजी वुमन पॉवर लाइन नववीत सिकेरा ने बताया कि जो लोग अभी तक जेल भेजे गये है उनमें से 68 फीसदी लोग 50 वर्ष से अधिक हैं. सिकेरा के अनुसार कुल 573 लोगों को जेल भेजा गया है, जिनमें से 50 के पार उम्र वाले सबसे अधिक है. उन्होंने बताया कि इन लोगों का मानसिक परीक्षण कराया गया जिसमें पाया गया कि यह मानसिक बीमार भी हैं. आईजी सिकेरा ने बताया कि फोन के जरिए छेड़खानी करने वाले ज्यादादर डर जाते हैं और दोबारा यह नहीं करते हैं लेकिन बुजुर्ग छेड़खानी से बाज नहीं आते हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि लड़कियां उनकी शिकायत नहीं करेंगी.

नौकरी देने के नाम पर कंसल्टेंसी चला रहे रवि शंकर के पास जब एक लड़की नौकरी करने गयी तो वह लड़की के साथ अश्लील हरकत करने लगा और उसकी आपत्तिजनक तस्वीर लेकर उसे ब्लैकमेल कर रहा था. लेकिन लड़की की शिकायत के बाद उसे जेल भेज दिया गया. सिकेरा ने बताया कि हम शिकायकर्ता लड़की की कभी भी पहचान को सार्वजनिक नहीं करते हैं. हमारा उद्देश्य होता है कि अपराधियों में डर बैठाया जाए ताकि उन्हें ऐसे अपराध करने से रोका जा सके. आपको बता दें कि वुमेन पॉवर लाइन की शुरुआत 2012 में की गयी थी.

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