विकास की दौड़ में पिछड़े हुए गांवों का शैक्षिक स्तर भी पिछड़ा हुआ है, जिस की वजह से ऐसे गांवों के लोग अभी भी अंधविश्वासों की
बेडि़यों में जकड़े हुए हैं. कुडरिया गांव के सुघर सिंह के घर इसी अंधविश्वास ने ऐसा... —’ कुडरिया जिला इटावा का छोटा सा गांव है, जो थाना बकेवर के क्षेत्र में आता है. कुडरिया का सुघर सिंह दोहरे मामूली सा किसान है. 21 फरवरी, 2020 को गांव के कुछ लोग सुघर सिंह दोहरे के घर के सामने वाले रास्ते से निकले तो उन की नजर दरवाजे के पास मरे पड़े भैंस के पड्डे पर गई, जिस की गरदन काटीगई थी.
कुछ लोग अनहोनी की आशंका के मद्देनजर सुघर सिंह के घर के अंदर गए तो हैरत में रह गए. आंगन में एक व्यक्ति की खून से लथपथ लाश पड़ी थी. जरूर कोई गंभीर बात है, सोच कर लोग घर के बाहर आ गए.
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इस खबर से गांव में सनसनी फैल गई. गांव वाले सुघर के मकान के सामने एकत्र होने लगे. इसी दौरान किसी ने इस घटना की सूचना पुलिस को दे दी.
कुछ ही देर में बकेवर के थानाप्रभारी बचन सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए. वहां सूने पड़े मकान में एक शव पड़ा हुआ था. वहां के दृश्य को देख लग रहा था कि वहां तांत्रिक क्रियाएं की गई थीं. वहां केवल भैंस के पड्डे की ही नहीं, बल्कि बकरे और मुर्गे की भी बलि दी गई थी. एक थाली में अलगअलग कटोरियों में तीनों का खून रखा था.